यूपी के अमरोहा जिले के रजबपुर थाना क्षेत्र में बीते कईं सालों से तंबू बनाकर रह रहे घुमंतू परिवारों के डेरे उखड़वाने पहुंची पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा। महिलाओं ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस दौरान एक पुलिसकर्मी का हाथ चबा डाला। 

थाना क्षेत्र के गांव शकरपुर समसपुर में खाली पड़े खेत में बीते कुछ सालों से दर्जन भर घुमंतू परिवार डेरे बनाकर रह रहे हैं। आसपास के लोगों का आरोप है कि घुमंतू परिवार अपराधी प्रवृत्ति के हैं। आसपास के गांवों में वारदातों को अंजाम देते हैं। पुलिस भी इनको आपराधिक प्रवृत्ति का मानती है। कई लोगों के खिलाफ थाना रजबपुर में मामले भी दर्ज हैं। सीओ मंडी धनौरा सतेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ शुक्रवार सुबह शकरपुर समसपुर पहुंचे। पुलिस ने अवैध रूप से रहने का आरोप लगाते हुए तंबुओं को उखड़वाने का प्रयास किया।

आरोप है कि विरोध करते हुए महिलाएं पुलिस से भिड़ गईं। पुलिस पर पथराव कर दिया। एक पुलिसकर्मी के हाथ का अंगूठा चबा डाला। महिलाओं के विरोध के चलते पुलिस को वापस भागना पड़ा। मगर दोपहर बाद तीन बजे सीओ मंडी धनौरा भारी पुलिस बल लेकर गांव में पहुंचे। ग्राम प्रधान को साथ लिया। घुमंतू परिवारों को दो दिन में तंबू डेरे हटाने का अल्टीमेटम दिया है।  

पूर्व मंत्री महबूब अली के भाइयों समेत 21 पर हो चुकी है रिपोर्ट

शकरपुर समसपुर में रह रहे घुमंतू परिवारों को आगामी ग्राम प्रधान के चुनाव में लाभ लेने के लिए शरण देने, उनके फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर वोट बनवाने में शहर विधायक महबूब अली के भाइयों महमूद उर्फ भूरा, शम्सुद्दीन पुत्रगण बशीर अहमद निवासी शकरपुर समसपुर व तंबू बनाकर रह रहे शेर खां पुत्र आसमीन व उसके दो बेटे रहीम, कासिम, असद खां पुत्र मोहम्मद आसिम, मोईन खां पुत्र रियासत, शहंशाह पुत्र दूल्हे, जमात अली उसके पांच बेटों शाहदत, शौकत अली, इकबाल, मुस्लिम, मुशर्रफ खां, हसमुद्दीन पुत्र ईशाक व नासिर पुत्र तौफीक के खिलाफ संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज है। मुकदमा बीते अक्तूबर माह में दर्ज किया गया था। 

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