प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना की मौजूदा स्थिति को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान पीएम ने कहा कि ये सही है कि कोरोना की वजह से टूरिज्म, व्यापार-कारोबार बहुत प्रभावित हुआ है लेकिन, हिल स्टेशंस में, मार्केट्स में बिना मास्क पहने, भारी भीड़ उमड़ना ठीक नहीं है.

पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन’ अभियान की नॉर्थ ईस्ट में भी उतनी ही अहमियत है. तीसरी लहर से मुकाबले के लिए हमें वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेज करते रहना है. उन्होंने कहा कि हमें टेस्टिंग और ट्रीटमेंट से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करते हुए आगे चलना है.

बैठक के दौरान पीएम मोदी ने बताया कि कोरोना टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के लिए हाल ही में कैबिनेट ने 23 हजार करोड़ रुपए का एक नया पैकेज भी स्वीकृत किया है. नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य को इस पैकेज से अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि हमें कोरोना वायरस के हर वेरिएंट पर भी नजर रखनी होगी. म्यूटेशन के बाद ये कितना परेशान करने वाला होगा, इस बारे में एक्सपर्ट्स लगातार स्टडी कर रहे हैं.

देश भर में कोरोना के मामलों की संख्या में कमी के बावजूद, पूर्वोत्तर राज्यों ने हाल ही में कोविड -19 मामलों में वृद्धि देखी है. केंद्र सरकार ने इस महीने की शुरुआत में छह राज्यों में बहु-विषयक विशेषज्ञ टीमों को भेजा था, जिनमें से चार पूर्वोत्तर क्षेत्र- असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा से थे. केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा कि भारत में इस समय कोरोना के लगभग 80 प्रतिशत मामले 90 जिलों से देखे जा रहे हैं. इसमें 46 पूर्वोत्तर से हैं.

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