प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अब खुद ही किसान आंदोलन की कमान थाम ली है। नये कृषि कानूनों को लेकर आंदोलनरत किसानों के साथ पांचवें दौर की बैठक से पूर्व प्रधानमंत्री ने एक अहम बैठक बुलाई। बैठक में किसानों की मांग और उन बिंदुओं पर चर्चा की गई जिस पर किसान संगठनों और सरकार के बीच सहमति बनी है।
प्रधानमंत्री की अगुवाई में हुई इस बैठक को माना जा रहा है महत्वपूर्ण
7 लोक कल्याण मार्ग पर हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल शामिल रहे। तकरीबन दो घंटे चली बैठक में किसानों की मांगों पर बिंदुवार चर्चा की गई। दोपहर दो बजे किसानों और सरकार के बीच वार्ता से पहले प्रधानमंत्री की अगुवाई में हुई इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक कर सकते हैं पीएम मोदी
बैठक के बाद कृषि मंत्री तोमर ने उम्मीद जताई कि किसान आंदोलन का रास्ता छोड़ेंगे और सकारात्मक दिशा में सोचेंगे। सूत्रों की मानें तो बैठक में प्रधानमंत्री ने इस बात के संकेत दिए कि अगर जरूरत पड़ी तो वह स्वयं किसान संगठनों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे।