पोखरण (एजेंसी)। देश की सबसे बड़ी फायरिंग रेंज पोखरण से सटे गांव से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां का एक व्यक्ति पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के जाल में उलझकर हनी ट्रैप का शिकार हो गया। पाकिस्तानी युवती के मोह में फंसा यह व्यक्ति लंबे अरसे से सेना से जुड़ी खुफिया जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था। इसे देर रात भारतीय खुफिया एजेंसियों ने उठा लिया है और इससे पूछताछ चल रही है।
सूत्रों के मुताबिक, पोखरण से सटे गाँव लाठी गांव का एक 40 साल का व्यक्ति करीब 10 महीने पहले सोशल मीडिया के माध्यम से एक युवती के संपर्क में आया। इसके बाद उसे हनी ट्रैप कर लिया गया। ये शख्स, काफी समय से पोखरण क्षेत्र में सैन्य हलचल सहित कई अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं उसे भेजता रहा। देर रात तीन खुफिया एजेंसियों ने संयुक्त रूप से उस व्यक्ति को उठा लिया और पूछताछ की।
सूत्रों का कहना है कि शख्स लगातार हनी ट्रैप के बारे में इंकार कर रहा है। उसने केवल अभी तक इतना बताया है कि, युवती ने उससे कहा था कि, वह सेना के बारे में जानना चाहती है। उसे सेना से लगाव है, इसी कारण वह जानकारियां व फोटो माँगा करती थी। उस युवती ने खुद को भारतीय मूल का बताया था।
बता दें कि पोखरण देश की सबसे बड़ी फायरिंग रेंज हैं। यहां पर हथियारों का लगातार ट्रायल चलता रहा है। जानकारी है कि, एक खुफिया एजेंसी ने कुछ दिन पूर्व इस तरह के संदेश पकड़े थे जिन पर सेना को संदेह था। इसके बाद से इस व्यक्ति पर लगातार नजर रखी जा रही थी। सूत्रों ने बताया कि पकड़ा गया व्यक्ति सेना के मूवमेंट्स से जुड़ी जानकारियां भी देता था।
क्या होता है हनी ट्रैप?
कुछ खूबसूरत महिला एजेंट्स सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को अपने जाल में फंसाती है। सोशल मीडिया पर ये महिलाएं अलग-अलग क्षेत्र के लोगों से दोस्ती करने के बाद उनका भरोसा जीतने का काम करती है। इसके बाद उन्हें अपने जाल में फंसाती चली जाती है। एक बार इनके जाल में फंसने के बाद बाहर निकल पाना बेहद मुश्किल होता है। कई बार ये महिलाएं उनकी पहचान उजागर करने के नाम पर लगातार ब्लैकमेल करती रहती हैं। इस मामले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को माहिर माना जाता है। गौरतलब है कि, पूर्व में भी कुछ सैनिक हनी ट्रैप के शिकार हो चुके हैं।