केंद्र सरकार किसान आंदोलनकारियों से फिर से बातचीत शुरू करने के साथ की कोशिशों के साथ आंदोलन को लेकर अपना पक्ष जोर शोर से रखने में जुट गई है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ उसके तमाम मंत्री मोर्चा संभाले हुए है। इस बीच आंदोलन को लेकर उलझन में फंसी हरियाणा में भाजपा की सहयोगी जजपा के नेता उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है।
केंद्र सरकार किसान आंदोलनकारियों के साथ वार्ता को फिर से पटरी पर लाने के लिए प्रयास कर रही है और उसे उम्मीद है कि अगले सप्ताह किसानों के साथ उसकी निर्णायक वार्ता होगी। सूत्रों के अनुसार कुछ किसान नेताओं ने जल्द समाधान निकालने की इच्छा व्यक्त की है। सरकार द्वारा विभिन्न लिखित आश्वासन दिए जाने के बाद अब गतिरोध टूटने की संभावना संभावना भी बनी है। इस बीच केंद्र सरकार के तीखे हमलों के बाद किसान संघ आंदोलन के साथ जुड़े गैर किसान संगठनों को भी दूर रहने का दबाव बना रहे हैं, ताकि उनके मुद्दे पीछे न छूट जाए।
केंद्र सरकार ने भी बीते दो दिनों से आंदोलन को लेकर मीडिया के जरिए जबरदस्त अभियान छेड़ा हुआ है। जहां एक तरफ वह किसानों के विभिन्न मुद्दों पर कानूनों में संशोधन करने की बात कह रही है वही वह किसानों के व्यापक हित को लेकर अपने कदमों का प्रचार प्रसार कर रही है। साथ ही किसान आंदोलन के साथ जुड़े गैर किसान संगठनों और उनके मुद्दों को लेकर भी हमलावर है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मीडिया के जरिये मोर्चा खोल रखा है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद भी सक्रिय हैं।
सरकार की कोशिश देशभर के किसानों और उनसे जुड़े लोगों के साथ आम जनता को भी यह बताने की है कि वह किसानों के साथ है, लेकिन किसान आंदोलन के पीछे कौन हैं और वह क्या कर रहे हैं इसे भी बता रही है। इस बीच हरियाणा के उपमुख्यमंत्री और जजपा नेता दुष्यंत चौटाला ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की है। सूत्रों के अनुसार चौटाला चाहते हैं कि किसान आंदोलन का जल्द समाधान हो। इसके पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी दिल्ली आकर केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की थी।