नई दिल्ली। वंदे भारत ट्रेनों को लेकर भारतीय रेलवे  यात्रा को ज्यादा आरामदायक और सुगम बनाने के लिए रेल मंत्रालय ने वंदे भारत  ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के काम में तेजी लाने का फैसला किया है। 2022 तक 44 वंदे भारत (Vande Bharat Express) ट्रेनों के पटरी पर उतरने में देरी होने की अटकलों के बीच, रेलवे ने कहा कि इन ट्रेनों का निर्माण अब एक नहीं बल्कि तीन रेल इकाइयों में किया जाएगा और अगले तीन वर्षों के भीतर ये ट्रेनें रेल नेटवर्क में आ जाएंगी। बताते चलें कि पिछले साल ही वंदे भारत एक्सप्रेस सेवा की शुरुआत की गई थी। फिलहाल इस सेवा के तहत दिल्ली से वाराणसी और दिल्ली से कटरा के बीच ट्रेन चलाई गई है। भारतीय रेलवे इस सेवा का पूरे भारत में विस्तार करना चाहती है।

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने कहा कि ट्रेनों को एकसाथ तीन रेल इकाइयों – कपूरथला स्थित रेलवे कोच फैक्ट्री, रायबरेली स्थित मॉडर्न कोच फैक्ट्री और चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बनाया जाएगा।

यादव ने कहा, ‘‘कुछ महीने पहले निर्णय लिया गया था कि रेलवे की तीन विनिर्माण इकाइयां इन ट्रेनों का निर्माण करेंगी। जिससे उनके निर्माण में लगने वाले समय में कमी आएगी। ये 44 ट्रेनें अगले दो से तीन वर्षों में चलनी शुरू हो जाएंगी। एक बार निविदा को अंतिम रूप देने के बाद एक निश्चित समयावधि उपलब्ध कराई जाएगी। ’’

  • वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों को हाई-स्पीड ऑन बोर्ड वाई-फाई, जीपीएस आधारित पैसेंजर इंफोर्मेशन सिस्टम, टच फ्री बायो वैक्यूम टॉयलेट्स, एलईडी लाइट्स, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट्स और क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम जो तापमान को अपने आप एडजस्ट कर देता है। ट्रेन में कुल 16 कंपार्टमेंट होते हैं जिसमें दो एक्जीक्यूटिव कंपार्टमेंट होते हैं जिनमें 52 सीटें होती हैं। अन्य कोच में प्रत्येक में 78 सीटें होती हैं। एक्जीक्यूटिव कोच में घूमने वाली सीटें होती हैं जिनको किसी भी दिशा में घुमाया जा सकता है।
  • ट्रेन में एसी, टीवी, ऑटेमैटिक दरवाजे, हाइक्लास पैंट्री और वॉशरूम इस ट्रेन में सबकुछ है। वंदे भारत एक्सप्रेस की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा है,जो भारतीय रेल नेटवर्क की सबसे तेज स्पीड है।

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