हरियाणा के बल्लभगढ़ में छात्रा निकिता तोमर की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने वाले गिरफ्तार मुख्य आरोपी तौसीफ ने पुलिस से पूछताछ में कुबूल किया है कि उसने निकिता की हत्या क्यों की है। उसने यह भी बताया कि निकिता से उसकी हाल ही में फोन पर बातचीत थी।।
दरअसल, निकिता की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या होने के बाद दिल्ली से सटे इस शहर का माहौल गरमा गया है। कार्रवाई की मांग करते हुए पीड़ित परिवार सड़क पर बैठ गया था। परिवार ने दिल्ली-मथुरा हाईवे को जाम कर दिया था। हालांकि बाद में पीड़ित परिवार फरीदाबाद-मथुरा हाईवे से हट गया।
इसी बीच आरोपी तौसीफ ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसने कहा कि मैंने उसे मार डाला क्योंकि वह किसी और से शादी करने वाली थी। तौसीफ ने यह भी कबूला कि 24 और 25 तारीख की मध्य रात में दोनों की लंबी बातचीत हुई कॉल 1000 सेकंड से अधिक समय तक चली। तौसीफ का कहना है कि मैं अपनी मेडिकल की पढ़ाई नहीं कर पाया क्योंकि मुझे गिरफ्तार कर लिया गया था।
जानकारी के मुताबिक, रोजका मेव निवासी तौसीफ 12वीं कक्षा तक निकिता के साथ पढ़ा था। वह उस पर दोस्ती के लिए दबाव डालता था।आरोपी ने साल 2018 में छात्रा का अपहरण भी किया था, लेकिन बाद में समझौता हो गया था।
निकिता के परिवार का कहना है कि यह लड़का कई साल से निकिता को तंग कर रहा था। हमने 2018 में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी लड़के को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद लड़के के परिवारवालों ने हाथ-पैर जोड़ लिए। हमने भी सोचा और मामला वापस ले लिया। उसके बाद कोई दिक्कत नहीं थी।
परिवार की तरफ से यह भी बताया गया कि तौसीफ कुछ दिनों से लड़की पर शादी का दबाव बना रहा था
सोमवार शाम को लड़की पेपर देकर बाहर निकल रही थी। तौसीफ आया और जबरदस्ती गाड़ी में खींचने लगा. जब लड़की नहीं मानी तो उसने गोली मार दी। न तो लड़की, न परिवार और न कोई और, शादी के पक्ष में था।
तौसीफ के दादा कबीर अहमद विधायक रह चुके हैं
तौसीफ का चचेरा भाई आफताब अहमद मेवात जिले की नूंह सीट से कांग्रेस विधायक है। आफताब अहमद के पिता खुर्शीद अहमद, हरियाणा के पूर्व मंत्री रह चुके हैं। तौसीफ के सगे चाचा जावेद अहमद इस बार सोहना विधानसभा से बीएसपी की टिकट पर चुनाव लड़े और हार गए।
फिलहाल मामले को लेकर फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने कहा कि यह एक जघन्य अपराध है। जिसके लिए एसआईटी गठित कर दी गई है और राजपत्रित स्तर के अधिकारी इसकी जांच करेंगे। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा साक्ष्य जुटाकर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की कोशिश रहेगी।
बता दें कि, मर्डर की घटना को तब अंजाम दिया गया जब निकिता परीक्षा देकर कॉलेज से घर लौट रही थी. बीकॉम फाइनल ईयर की छात्रा निकिता परीक्षा देकर जैसे ही कॉलेज से निकली बल्लभगढ़ में कुछ युवक उसे अपनी आई20 कार में जबरन खींचने की कोशिश करने लगे। इस परिस्थिति में भी निकिता डरी नहीं और बहादुरी से उनका विरोध करती रही।।
निकिता की सहेली ने भी अपनी दोस्त को बचाने की भरसक कोशिश की लेकिन उसी वक्त आरोपी का दोस्त बंदूक दिखाकर उसे धमकाने लगा।आखिरकार दोनों आरोपी युवक उसे कार में जबरन खींचने में नाकाम रहे तो गुस्से में उसे गोली मारकर मौके से फरार हो गए। तौसीफ़ के साथी को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।