पालघर (एजेंसी)। महाराष्ट्र पुलिस ने रविवार को कहा कि चेन्नई एयरपोर्ट से अगवा करने के बाद पालघर के जंगलों में जिंदा जला दिए गए नौसैनिक सूरज कुमार दूबे शेयर बाजार में पैसे लगाते थे। इसके लिए उन्होंने विभिन्न स्त्रोतों से करीब 23 लाख रुपये कर्ज ले रखे थे। हालांकि, हत्या की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन पुलिस का कहना है कि वह मामले को उजागर करने के करीब पहुंच गई है। 

पालघर के एसपी ने कहा, नौसैनिक ने करीब 23 लाख रुपये कर्ज ले रखे थे

पालघर के पुलिस अधीक्षक दत्तात्रेय शिंदे ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि 27 वर्षीय सूरज कुमार दूबे के पास तीन मोबाइल फोन थे, जिनमें से एक का उपयोग सिर्फ शेयर बाजार के कामकाज के लिए करते थे। सूरज के शेयर बाजार में खरीद-फरोख्त के काम से उनके परिजन भी अनजान थे। शिंदे ने यह भी बताया कि दूबे ने आठ लाख रुपये का पर्सनल लोन ले रखा था। इसके अलावा अपने एक सहकर्मी से 5.75 लाख रुपये और होने वाले ससुर से नौ लाख रुपये कर्ज लिए थे। 

अपहरण और हत्या के इस मामले को उजागर करने के करीब पहुंचने का किया दावा

सूरज दूबे की सगाई 15 जनवरी को हुई थी और मई में शादी होने वाली थी। शिंदे ने बताया कि सूरज ने अपने सहकर्मी को जल्द पैसे लौटाने का भरोसा दिलाया था। जांच के लिए महाराष्ट्र पुलिस की एक टीम चेन्नई भी पहुंच गई है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं नौसैनिक ने ही तो खुद के अपहरण की साजिश नहीं रची थी, ताकि फिरौती के पैसे से कर्ज चुका सके और लेनदारों से मुक्ति मिले। शिंदे ने बताया कि मोटी रकम कर्ज लेने के बावजूद दूबे के स्टेट बैंक में दो खातों में 392 रुपये मिले। शेष रकम दो शेयर ट्रेडिंग फर्म को ट्रांसफर कर दी गई थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here