फटना। पूर्णिया मे नीतीश के अंतिम चुनाव के ऐलान के बाद उनके धुर विरोधी और लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक बार फिर उनपर निशाना साधा। चिराग ने नीतीश के बयान के कुछ ही देर बार ट्वीट करते कहा कि अपना अधिकार उनको ना दें जो कल आपका आशीर्वाद फिर मांगने नहीं आएंगे।
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने लिखा कि- साहब ने कहा है की यह उनका आख़िरी चुनाव है। इस बार पिछले 5 साल का हिसाब दिया नहीं और अभी से बता दिया की अगली बार हिसाब देने आएंगे नहीं। अपना अधिकार उनको न दें जो कल आपका आशीर्वाद फिर मांगने नहीं आएंगे। अगले चुनाव में ना साहब रहेंगे ना जेडीयू। फिर हिसाब किससे लेंगे हम लोग ?
साहब ने कहा है की यह उनका आख़िरी चुनाव है।इस बार पिछले 5 साल का हिसाब दिया नहीं और अभी से बता दिया की अगली बार हिसाब देने आएँगे नहीं।अपना अधिकार उनको ना दें जो कल आपका आशीर्वाद फिर माँगने नहीं आएँगे।अगले चुनाव में ना साहब रहेंगे ना जे॰डी॰यू॰।फिर हिसाब किससे लेंगे हम लोग ?
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) November 5, 2020
आपको बता दें कि धमदाहा में एनडीए के समर्थन में चुनाव प्रचार करने गए नीतीश ने कहा कि- ‘जान लीजिए, आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। परसों मतदान होगा। ये मेरा अंतिम चुनाव है। और अंत भला तो सब भला।’
WATCH आज चुनाव का आखिरी दिन है, परसों चुनाव है और ये मेरा अंतिम चुनाव है। अंत भला तो सब भला: पूर्णिया में बिहार के सीएम नीतीश कुमार #BiharElections2020 pic.twitter.com/nFWvC38ToC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 5, 2020
बिहार में औद्योगिक नीति लागू की जाएगी
इससे पहले सीएम नीतीश ने कटिहार में अपने चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के होने वाले चुनाव प्रचार के आखिरी दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगर इस बार एनडीए की सरकार बनेगी तो बिहार में अगले पांच साल में औद्योगिक नीति लागू की जाएगी। जिसकी पूरी तैयारी की जा चुकी है। बिहार में औद्योगिक नीति लागू होने के बाद बिहार से पलायन समाप्त हो जाएगा। नीतीश कटिहार के हफलागंज माध्यमिक उच्च विद्यालय मैदान में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार लगातार विकास के पथ पर चल रहा है। विपक्ष पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा कि वे सिर्फ अपने परिवार की बात करते हैं और एनडीए बिहार के करोड़ो परिवार की बात करता है। अब बिहार के लोगों को चुनना है कि उन्हें कौन सरकार चाहिये।