वाराणसी में गंगा जी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और खतरे के निशान के बिल्कुल करीब पहुंच गई है। मध्य प्रदेश से आने वाली चंबल नदी में राजस्थान के धोलापुर बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे वाराणसी में गंगा और वरुणा नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है व इनसे सटे निचले इलाकों में पानी भरने लग रहा है। स्थिति का जायजा लेने के लिए 11 एनडीआरफ वाराणसी के कमांडेंट श्री मनोज कुमार शर्मा ने अपनी टीम के साथ गंगा और वरुणा में मोटर बोट के माध्यम से बाढ़ प्रभावित इलाकों व प्रशासन द्वारा चिन्हित की गई वार्ड चौकियों का भी दौरा किया।
एनडीआरएफ द्वारा दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट और वरुणा के निचले इलाकों में एक टीम और सामने घाट और मारुति नगर में एक टीम को तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त दो टीमें तैयारी हालत में चौकाघाट वाहिनी मुख्यालय में तैयारी हालत में मौजूद हैं।
वाराणसी के दौरे पर आये जल शक्ति मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह ने राजघाट व सरईया पर एनडीआरएफ के अधिकारीयों और उनकी टीम से मुलाकात की और स्थिति का जायजा लिया, साथ ही एनडीआरएफ द्वारा किये जा रहे राहत बचाव कार्यों की सराहना की।
जल शक्ति मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में सर्किट हॉउस वाराणसी में बाढ़ बचाव को लेकर बैठक की गई, जिसमें 11 एनडीआरएफ कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा, ज़िलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर वाराणसी, ज़िले के आला अधिकारीयों और अन्य राहत बचाव एजेंसियों की बैठक हुई। जिसमें एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की गई और साथ ही आवश्यकतानुसार राहत बचाव कार्य के निर्देश दिए गए।
कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए एनडीआरएफ की 20 टीमें तैनात हैं। उत्तर प्रदेश में वाराणसी, इटावा, जालौन, लखनऊ, गोरखपुर, श्रावस्ती, बहराइच, सिद्धार्थनगर, बलिया, प्रयागराज में टीमें बाढ़ बचाव के लिए तैनात हैं और अपनी नजर बनाए हुए हैं। वर्तमान में इटावा और जालौन में राहत बचाव कार्य जारी है। इसके साथ ही वाराणसी के मारुती नगर में जलभराव वाले इलाकों से एनडीआरएफ टीम द्वारा लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया। इसी बीच एनडीआरएफ कंट्रोल रूम में मारुती नगर से एक कॉल आई, जिसके अनुसार एक व्यक्ति का पैर टूट गया था जो उस इलाके में पानी भरने के कारण घर के फंस गया था। एनडीआरएफ टीम ने तुरंत वहाँ पहुंची स्पलिंट के माध्यम से टूटे पैर को स्थिर किया और प्राथमिक उपचार देकर बोट के माध्यम से स्थानीय अस्पताल पहुँचाया।
एनडीआरएफ कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा दौरे के दौरान लोगों से अपील की, कि भयभीत ना हो, धैर्य बनाकर रखें, एनडीआरएफ उनके साथ है और लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।