प्नथम नववरात्र 17 अक्टूबर से होगी शुरुआत 9 दिन तक चलेगी रामलीला
बीजेपी के 50 से अधिक सांसद अपने अपने क्षेत्र में करेंगे प्रसारण ,
अनिता चौधरी
राजनीतिक संपादक
नई दिल्ली। वैश्विक कोरोना महामारी की वजह से दुर्गा पूजा सादगी से मनाई जाएगी। यही नहीं त्यौहार का सबसे बड़ा आकर्षण रामलीला का रंग भी फीका नज़र आएगा क्योंकि कोरोना के इस काल में रामलीला का मंचन नहीं हो पायेगा |
लेकिन नमो मन्त्र फाउंडेशन, जिसके अध्यक्ष उत्तराखंड , नैनीताल के बीजेपी सांसद अजय भट्ट हैं और इसके तत्वावधान में आयोजित होने जा रही हाई टेक रामलीला को जन जन तक पहूंचाने का बेडा दिल्ली के बीजेपी सांसद रमेश विधूडी ने उठाया है | इस रामलीला के निर्देशक हैं सुशील जी महाराज, जो पिछले 40 साल से न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी रामलीला का मंचन करते रहे हैं|
ग्रेटर नॉएडा में हर साल रामनवमी के अवसर पर बड़े पैमाने पर तकरीबन 5-7 हजार दर्शकों के बीच रामलीला का मंचन करते हैं और खुद भी उसमें भूमिका निभाते हैं | इस रामलीला की शूटिंग राजस्थान में हुई है और. इसमें सारे कलाकार एनएसडी यानी नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के हैं |
सुशील जी महाराज ने बताया कि इसकी क्वालिटी को हाई रखा गया है ताकि इस रामलीला को भारतीय राम भक्त तो चाव से देखें ही, इंटरनेशनल प्लेटफार्म पर भी इसको सराहना मिले।इसकी वजह सुशील जी महाराज ने बताया की एक बार बीजिंग में इंटरनेशनल रामलीला मंचन हुआ था जहाँ भारत की तरफ से उनकी रामलीला मंडली गयी थी | मगर वहां लिस्ट में जावा , सुमात्रा , इस्लामिक देश इण्डोनेशिया , श्रीलंका मारीशस जैसे देशो का तो नाम था मगर भारत का नाम नहीं था । कारण पूछने पर वहां लोगों ने कहा कि आपका स्टैण्डर्ड क्या है |
सांसद अजय भट्ट का कहना था कि भारत के राम और उनकी रामलीला भले ही नयी पीढ़ी के भारत से गायब हो रही हो मगर भारत के अलावा कई ऐसे देश हैं जो धर्म से ऊपर उठ कर राम को अपनी धरोहर मानते हैं | अजय भट्ट ने कहा कि घर घर तक , कण कण तक और जन जन तक राम की ये रामलीला पहुँचे इसलिए इसे घर घर तक रामयण पहुँचाने का भी काम चल रहा है | पीएमओ खुद भी इसमें शामिल है और ये डिजिटल रामलीला एक इतिहास रचाने जा रही है |