विशेष संवाददाता
नई दिल्ली | लगता है मध्य प्रदेश में भी कर्नाटक का इतिहास दोहराने को है। मध्य प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों के लिये 26 मार्च को होने वाले चुनाव से कुछ दिन पूर्व राज्य में हार्स ट्रेडिंग की आशंकाएं बढ़ने लगी है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा उसके विधायकों 25 से 35 करोड़ रुपये का लालच दे रही है और विधायकों को बंधक बनाए हुए है। पहले ऐसी खबर आ रही थी कि कांग्रेस के कुल चार और चार निर्दलीय विधायक हरियाणा के गुरुग्राम स्थित एक होटल में ठहरे हुए हैं।
हालांकि अब ताजा खबर यह है कि कांग्रेस के आठ विधायक गायब बताए जा रहे हैं। यानि कुल 12 विधायक अब कांग्रेस की चिंता बढ़ा रहे हैं। वर्तमान परिस्थितियां बता रही है कि मध्य प्रदेश भी कर्नाटक की राह पर आगे बढ़ चला है। हालांकि दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि उनके छह विधायक वापस लौट आए हैं।
गुरुग्राम के 5 स्टार होटल में जो विधायक ठहरे हुए हैं, उनमें बिसाहूलाल, हरदीपसिंह डंग, बैजनाथ कुशवाहा, सुरेन्द्र सिंह शेरा, रामबाई और संजीव कुशवाहा शामिल हैं। वहीं चार अन्य कांग्रेसी विधायकों को बेंगलुरु में ठहराया गया है। राजनीतिक सरगर्मी के बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह दिल्ली में मौजूद हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिग्विजय सिंह और उनके मंत्री पुत्र जयवर्धन सिंह भी विधायकों से मिलने हरियाणा के होटल पहुंचे। सीएम कमलनाथ के भी दिल्ली पहुंचने की संभावना है। वहीं दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, अरविंद भदौरिया, संजय पाठक समेत कई बड़े भाजपा नेता राज्य से बाहर हैं। कुछ भाजपा नेता दिल्ली में भी कैंप कर रहे हैं ।
मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने बताया, ‘‘पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा, भूपेन्द्र सिंह और रामपाल सिंह सहित अन्य भाजपा नेता साजिश के तहत आठ विधायकों को हरियाणा के एक होटल में जबरन ले गए। विधायकों ने हमें बताया कि भाजपा नेताओं द्वारा उन्हें जबरन वहां ले जाया गया।’’ पटवारी ने कहा कि हम उन्हें वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं। उनमें से चार विधायक वापस भी आ गए हैं, लेकिन आदिवासी विधायक बिसाहूलाल सिंह को जबरन उठा लिया गया है।