फ़रवरी के पहले सप्ताह में थी हमले की योजना, पर मौसम खराब होने के कारण टालनी पड़ी थी
विशेष संवाददाता
गत वर्ष जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के हमले की तैयारियां 2018 से ही शुरू हो गयी थीं और इसे 2019 में फरवरी के पहले सप्ताह में ही अंजाम देने की तैयारी थी, लेकिन मौसम खराब हो जाने वजह से इसे दूसरे हफ्ते के लिए टाल दिया गया था।
जैश आतंकी शाकिर बशीर माग्रे ने एनआईए की पूछताछ में किया खुलासा
पुलवामा हमले को लेकर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शाकिर बशीर माग्रे ने एनआईए की पूछताछ में कई खुलासे किये हैं। बशीर को एनआईए ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। एनआईए की इस पूछताछ के बारे में जानकारी रखने वाले दो अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आतंकवादियों ने हमले के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली थीं। लेकिन मौसम की स्थिति को देखते हुए हमले को स्थगित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि आतंकियों को हमला करने के लिए फिर से जम्मू-कश्मीर पर सीआरपीएफ के काफिले को गुजरने तक इंतजार करना पड़ा।
अब दाखिल की जा सकेगी चार्जशीट
एक अधिकारी ने कहा, ‘शाकिर माग्रे द्वारा किये गये खुलासे महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि वह गिरफ्तार होने वाला पहला व्यक्ति था जो बम की व्यवस्था करने, उसे फिट करने में मदद करने और अहमद डार को आश्रय देने से लेकर योजना बनाने तक सब कुछ जानता था। इससे यह भी स्पष्ट रूप से पता चलता है कि, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह ने काफिले को कैसे निशाना बनाया। अब हम पुलवामा हमले में चार्जशीट दायर कर सकेंगे।’
पुलवामा हमले में आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार ने खुद को उड़ा लिया था। इस मामले में एनआईए ने पिता-बेटी और शाकिर माग्रे को हाल ही में गिरफ्तार किया था। अधिकारियों के अनुसार, माग्रे ने एनआईए की पूछताछ में बताया कि हमले के बारे में अक्टूबर 2018 से ही तैयारियां होने लगी थीं। पहली बार इसपर चर्चा जून, 2018 में हुई थी।
पाक आतंकी मोहम्मद उमर फारूक को दी गयी थी हमले की जिम्मेदारी
उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद उमर फारूक को हमले को अंजाम देने की जिम्मेदारी दी गयी थी, जबकि जैश के एरिया कमांडर मुदस्सिर खान ने पूरी योजना की देखरेख की थी। हमले वाली जगह के संबंध में अधिकारी का कहना था कि, आत्मघाती बम से हमला करने के लिए इस स्थान का चयन किया गया, क्योंकि यहां से नेशनल हाईवे थोड़ा छोटा हो जाता है। इस वजह से सीआरपीएफ काफिले को अपनी गति कम करनी थी।
पाकिस्तान से आतंकियों ने किया था विस्फोटक का इंतजाम, इंटरनेट से मंगाये गये थे बैटरी, ग्लव्स और अमोनियम पाउडर
माग्रे ने एनआईए को बताया कि, लगभग 50 किलोग्राम विस्फोटक के साथ एक शक्तिशाली आईईडी उमर फारूक, कामरान, डार आदि ने फरवरी के पहले सप्ताह में एक मारुति ईको कार में फिट किया था। अधिकारी ने कहा कि माग्रे वह शख्स था, जिसने कार में बदलाव किये थे। उसने नंबर प्लेट बदल दी थी। वहीं, विस्फोटक का इंतजाम जैश आतंकियों ने पाकिस्तान से किया था। इसके अलावा बैटरी, ग्लव्स और अमोनियम पाउडर इंटरनेट से मंगाये गये थे।