वाराणसी। यूपी में मानसून जल्द ही दस्तक देने जा रहा है। प्री-मानसून बारिश की वजह से सोमवार को बनारस का मौसम सुहाना हो गया। आसमान में काले बादलों की आवाजाही और हवाओं का सिलसिला सुबह से ही जारी रहा। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों के भीतर मानसून यूपी में पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि इस साल मानसून पिछले साल के मुकाबले एक हफ्ते पहले ही यूपी में दस्तक देगा। जिसका सिलसिला प्री-मानसून बारिश के साथ ही शुरू हो गया है।
सोमवार को हुई बारिश बाद गर्मी से कुछ हद तक राहत जरूर मिली है। मौसम विभाग ने वाराणसी, लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज समेत यूपी के 33 जिलों में बारिश की आशंका जाहिर की थी। जिसके बाद सोमवार को सुबह से ही मौसम अचानक बदल गया। तेज और ठंडी हवाएं चल रही थीं और कई हिस्सों में सुबह से ही जोरदार बारिश शुरू हो गई।
मानसून से पहले हुई इस बारिश से मौसम काफी सुहाना हो गया है। दूसरी तरफ चिपचिपा देने वाली गर्मी से भी कुछ हद तक राहत जरूर मिली है। आमतौर पर यूपी में 19 जून के आसपास मानसून दस्तक देता है। लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि इस साल मानसून एक हफ्ते पहले ही यूपी में पहुंच जाएगा। प्री-मानसून बारिश का असर पूर्वी यूपी के साथ ही पश्चिमी यूपी में भी देखने को मिला।
ऐसा लंबे समय बाद हुआ है जब मानसून समय से पहले पूर्वांचल में आया हो। मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय ने बताया कि समय से पहले मानसून आ गया है तो इस बार मानसून में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी। इधर, सक्रिय मानसून के कारण पूरे पूर्वांचल में बूंदाबांदी और बारिश हो रही है।
बीते 24 घंटे में पारा दो से तीन डिग्री तक गिरा है। मौसम विज्ञानियों ने इस पूरे सप्ताह मानसूनी सक्रियता का अंदेशा जताया है। इसकी वजह से आने वाले दिनों में लगातार तापमान में कमी का दौर भी आएगा।
समय से पहले मानसून ने दी दस्तक
मानसून के पूर्वांचल में इस बार समय से पहुंचने की संभावना मौसम वैज्ञानिकों ने जताई थी, वह सच ही साबित हुई है। आम तौर पर 20 से 25 जून तक मानसून की बारिश वाराणसी और आसपास के जिलों में होती है लेकिन इस बार जिस तरह प्री मानसून 10 जून और अब मानसून ने भी 13 जून को दस्तक दे दी है, तो हर कोई हैरान है।
मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर सिस्टम बनने की वजह से ही इस बार मानसून ने समय से पूर्व पूर्वांचल में दस्तक दे दी है। बताया कि करीब बीस साल बाद इस तरह की स्थिति हुई है, जब 15 जून से पहले मानसून आया हो। जिस तरह से तेजी से मौसम का मिजाज बदल रहा है, और मानसून ने दस्तक दे दी है, उस हिसाब से 20 जून से पहले ही अच्छी बारिश भी हो सकती है।
आ गया मानसून, फिर उफनाएगा सीवर
मानसून आ गया है लेकिन अब तक नाला सफाई का काम पूरा नहीं हुआ है। अब भी नहीं चेते तो बारिश के बाद सड़कों-गलियों से घरों तक सीवर फिर उफनाएंगे और लोग परेशान होंगे। मानसून को लेकर हुई तैयारियां अब तक आधी-अधूरी हैं।
वाराणसी नगर निगम की तैयारियों का आलम यह है कि दो दिन पहले ही प्री मानसून की आधे से एक घंटे की बारिश में ही सड़कों-गलियों पर हुए जलभराव से जगह-जगह पूरे दिन परेशानी उठानी पड़ी थी। मानसून से पहले शहर के छोटे-बड़े 182 नाले-नालियों की सफाई का काम 30 मई तक ही पूरा किया जाना था। लेकिन 13 जून तक भी काम पूरा नहीं हुआ है।
एक तो कई नालों की सफाई का काम अब तक शुरू ही नहीं हो पाया है। दूसरे, जिन नालों की सफाई नगर निगम की ओर से करा लेने का दावा किया जा रहा है, उनकी भी हालात दुरुस्त नहीं है। सिगरा, पहड़िया-बेला, पांडेयपुर-हुकुलगंज और सिगरा में जगह-जगह नालों में सिल्ट और कचरा भरा पड़ा है, जबकि निगम प्रशासन का दावा है कि इनकी सफाई कराई जा चुकी है।