प्रधानमंत्री ने फ़ोन कर बुजुर्गों की ख़ैरियत जानी
 

विशेष संवाददाता

सचमुच कभी कभी विश्वास कर पाना कठिन हो जाता है आखिर इस शख्स के पास इतनी ऊर्जा आती कहाँ से है। 18 ‘ से 20 घंटे देश सेवा में बिताने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी सुबह से देर रात तक एक के बाद एक मीटिंग की व्यस्तता के बावजूद सोशल मीडिया पर सजगता और अपनो से बातचीत, यह देख सुन कर उनकी जीवटता को सलाम करने का मन करता है।

आप देखिए कि बुधवार को उन्होने अपने उन बुजुर्ग वरिष्ठ सहयोगियों का, जो जनसंघ के जमाने के हैं , कुशलक्षेम जानने के लिए उनसे फोन पर बात की।

सबसे पहला नंबर था उत्तर प्रदेश में Kushinagar कुशीनगर जिले के रामकोला ब्लाक के ग्राम पगरा निवासी वयोवृद्ध पूर्व विधायक Shri Narayan श्रीनारायण उर्फ भुलई भाई का। Prime Minister Narendra Modi प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन कर पूछा, ‘कैसे हैं, भुलई भाई’ ? प्रधानमंत्री के ये शब्द कान में पड़ते ही उनकी आंखें भर आईं और बोले, ठीक हूं। ढाई मिनट की बातचीत में प्रधानमंत्री से मिली आत्मीयता ने उन्हें भावविभोर कर दिया।

बुधवार सुबह 8.34 बजे प्रधानमंत्री के सचिव ने फोन किया तो घर पर पूर्व विधायक के grandson पौत्र कन्हैया ने receive रिसीव किया। सचिव ने कहा कि श्रीनारायण जी हैं, प्रधानमंत्री जी बात करना चाहते हैं। पौत्र ने फोन दादा को दे दिया। उधर से प्रधानमंत्री ने पूछा कि श्रीनारायण जी बोल रहे हैं। उत्तर मिलने पर प्रधानमंत्री ने प्रणाम किया और कहा कि आज यूं ही मन किया कि आपसे बात करूं। आपने शताब्दी पूरी कर ली। पूर्व विधायक ने कहा जी, 106 वर्ष का हो गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सोचा देश में चल रहे कोरोना संकट के इस समय में आपका आशीर्वाद ले लूं। इस पर पूर्व विधायक ने कहा, आप यशस्वी हों और स्वस्थ रहें, देश की सेवा करते रहें। प्रधानमंत्री ने पूछा कि आपने पांच पीढि़यां देखी हैं, सब अच्छा चल रहा है न, जवाब मिला- बहुत अच्छा। अंत में प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वस्थ रहिए और परिवार के सभी सदस्यों को मेरा प्रणाम कहिएगा।

Naurangiya assembly constituency नौरंगिया विधान सभा क्षेत्र (वर्तमान की khadda खड्डा) से दो बार MLA विधायक रहे भुलई भाई ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमें याद किया। हम उनके आभारी हैं। लगभग पांच दशक पूर्व नागपुर कार्यालय में मोदी जी से मुलाकात हुई थी, तब वह RSS आरएसएस कार्यकर्ता थे और हम भी कार्यकर्ता के रूप में वहां गए थे। उसके बाद सार्वजनिक कार्यक्रम में भी मुलाकात होती थी। उन्होंने जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी के अलावा पंडित दीनदयाल उपाध्याय, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के साथ भी काम किया है।

खेतों में थे मोहनलाल, तभी आया पीएम का फोन

दूसरा नंबर था उत्तराखंड के पौड़ी में अपने घर में रहकर lockdown लॉकडाउन के नियमों का पालन कर रहे वरिष्ठ भाजपा नेता Mohan LAL Baunthiyal मोहनलाल बौंठियाल जी का। बुधवार सुबह घर के पास ही खेतों में टहलते हुए पुरानी यादें ताजा कर रहे थे। तभी जेब में रखे mobile मोबाइल की घंटी बजी। Call receive कॉल रिसीव की तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। ऐसी यादें ताज हुईं, जो उन्हें जीवनभर याद रहेंगी। ‘हैलो! नमस्कार, क्या मोहनलाल जी बात कर रहे हैं।’ ‘जी हां! बोल रहा हूं।’ सामने से स्वर गूंजा, ‘हम prime minister office प्रधानमंत्री कार्यालय से बोल रहे हैं, पीएम आपसे बात करना चाह रहे हैं।’ फिर क्षणभर बाद आवाज गूंजी, ‘मोहनलाल जी कैसे हैं आप।’ यह आवाज बेहद जानी-पहचानी थी, लेकिन मोहनलाल को अपने कानों पर भरोसा ही नहीं हो रहा था। तीन मिनट बातचीत का सिलसिला चला। पुरानी यादें ताजा हुईं तो मोहनलाल के चेहरे पर चमक आ गई और यकीन हो गया कि मोदीजी की यही खूबी उन्हें जननायक बनाती है।

प्रधानमंत्री मोदी ने मोहनलाल बौंठियाल से दूरभाष पर वार्ता कर उनके स्वास्थ्य का हाल जाना। बौंठियाल ने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि जनसंघ से जुड़े पुराने लोगों से बातचीत के क्रम में ही वे उनसे बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह समय संकट का है, इसलिए वे समाज के साथ स्वयं का भी पूरा ध्यान रखें। बौंठियाल ने बताया कि वार्ता के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ 1998 में बदरीनाथ व गढ़वाल संसदीय सीट के प्रभारी रहते हुए और 2014 में श्रीनगर गढ़वाल की मुलाकातों को याद किया।

लुधियाना के मदनमोहन जी से भी पूछा, कैसे हैं

  अंत में नंबर आया Ludhiana लुधियाना के वयोवृद्ध भाजपा नेता Madanmohan Vyas मदनमोहन व्यास जी का। मोदी जी ने फोन कर उनसे कुशलक्षेम पूछा। विद्या भारती के पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष और लुधियाना नगर सुधार ट्रस्ट के दो बार chairman चेयरमैन रह चुके व्यास जी की PM पीएम से करीब डेढ़ मिनट बात हुई। दोपहर करीब दो बजे उनके मोबाइल पर कॉल आई। उन्होंने फोन नहीं उठाया तो कुछ समय बाद दोबारा कॉल आई। फोन उठाने पर दूसरी तरफ से एक व्यक्ति ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बात करेंगे।

पहले तो समझा कि कोई मजाक कर रहा है लेकिन चंद सेकंड में जाने पहचाने लहजे में आई आवाज से पता चल गया कि प्रधानमंत्री ही बात कर रहे हैं। व्यास जी की कुछ वर्ष पहले प्रधानमंत्री मोदी से उनके कार्यालय में उस समय संक्षिप्त मुलाकात हुई थी जब वह prime minister relief fund प्रधानमंत्री रिलीफ फंड के लिए राशि देने गए थे।

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