भारतीय नौसेना द्वारा समुंदर में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे हैं रेस्क्यू ऑपरेशन में नेवी ने 188 लोगों को सकुशल बचा लिया है। जबकि 22 लोगों की अब तक दुर्भाग्यपूर्ण मौत होने की पुष्टि नौसेना की तरफ से की गई है। अरब सागर में फंसी बार्ज पी 305 में मौजूद लोगों को बचाने के लिए नौसेना का सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है।
ताउते तूफान की वजह से समंदर में फंसी कई लोगों की जान बचाने के लिए नौसेना के साथ-साथ भारतीय कोस्ट गार्ड की टीम भी लगातार काम कर रही है। आपको बता दें कि समंदर में मुंबई से कई नॉटिकल मील की दूरी पर बार्ज पी 305 चक्रवात में फंस गया था। तूफान की चेतावनी के बाद इस बार्ज से लोगों को निकालने का काम शुरू था लेकिन समंदर की उफान मारती लहरों के सामने यह रेस्क्यू ऑपरेशन तक पूरा नहीं हो पाया था। हालांकि नेवी और कोस्ट गार्ड लोगों को बचाने में मुस्तैदी से जुटे हुए थे।
जानकारी के मुताबिक बार्ज पी 305 ओर 273 लोग मौजूद थे जिनमें से 188 लोगों बचा लिया गया है। हालांकि बाकी 73 लोगों की तलाश जारी रखी गयी है। आईएनएस कोची में सभी बचाये गए लोग और 22 शव भी लाये गए हैं। नौसेना के अधिकारी दो अन्य जगहों पर मौजूद बार्ज और एक ऑयल रिग पर मौजूद अन्य लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
P-305 के सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए मंगलवार को आईएनएस कोच्चि और कोलकाता के साथ तीन नौसेना जहाज- आईएनएस बीस, बेतवा और तेज जुड़ गए हैं। इसके अलावा P8I और नौसेना हेलिकॉप्टर हवाई खोज के लिए तैनात हैं। सूत्रों के अनुसार, जिन लोगों को अब तक बचाया गया है वे लाइफ जैकेट में थे और पानी में कई घंटों तक तैर रहे थे। ऐसे में लापता लोगों के भी लाइफ जैकेट में होने की उम्मीद बढ़ गई है।
पी-305 के अधिकतर कर्मियों को सी किंग हेलिकॉप्टर के जरिए रेस्क्यू कर आईएनएस शिकरा में ट्रांसफर किया गया। वे चिकित्सा निगरानी में हैं। वाइस ऐडमिरल एमएस पवार ने मीडिया कर्मियों को बताया, ‘यह पिछले चार दशकों में सबसे चुनौतीपूर्ण सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन में से एक है। कोविड स्थिति पर पवार ने बताया कि सभी डिफेंस पर्सनल वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके हैं।’