योगी सरकार आगरा के लोगों को मेट्रो रेल की सौगात देने जा रही है । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 दिसंबर को आगरा मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्य का शुभारंभ करेंगे । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में प्रधानमंत्री मोदी योजना का वर्चुअल शुभारंभ करेंगे । सरकार की योजना के मुताबिक 2 साल बाद आगरा के लोग मेट्रो रेल की सवारी कर कर सकते हैं । योजना के पहले चरण को दिसंबर 2022 तक पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपीएमआरसी को खास तौर से निर्देश जारी किए हैं ।
प्रदेश की जनता को सुगम यातायात उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेट्रो रेल परियोजना की रफ्तार बढ़ा दी है । लखनऊ में मेट्रो संचालन शुरू करने और कानपुर में बहुज जल्द मेट्रो रेल दौड़ाने जा रही योगी सरकार अब आगरा के लोगों को मेट्रो का सफर कराने की तैयारी में जुट गई है। वह भी अब तक के सबसे रिकार्ड समय में परियोजना का निर्माण पूरा करने के लक्ष्य के साथ । मेट्रो परियोजना पर खुद नजर रख रहे योगी आदित्यनाथ ने यूपीएमआरसी के अफसरों को इसके निर्देश जारी कर दिए हैं । तय योजना के पहले चरण में दिसम्बर 2022 तक सिकन्दरा से ताज ईस्ट गेट तक मेट्रो का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा । आगरा मेट्रो की कुल लागत (केंद्रीय करों सहित) 8379.62 करोड़ रुपए होगी । इसमें पहले चरण में सिकंदरा से ताज ईस्ट गेट कारिडोर तैयार किया जाएगा । सबसे पहले ताज ईस्ट से जामा मस्जिद तक 6 किलोमीटर तक प्राथमिक सेक्शन तैयार किया जाएगा । इस सेक्शन में कुल 6 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। इसमें ताज ईस्ट गेट, बसई, फतेहाबाद रोड 3 उपरिगामी मेट्रो स्टेशन बनेंगे। ताज महल, आगरा फोर्ट और जामा मस्जिद भूमिगत मेट्रो स्टेशन होंगे । दूसरा कॉरिडोर, आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच निर्मित होगा । इस कॉरिडोर की लंबाई 15.4 किमी. होगी और इसके अंतर्गत कुल 14 स्टेशन होंगे। दूसरे कॉरिडोर में, शहर के आगरा कैंट, सदर बाज़ार, कलेक्ट्रेट, सुभाष पार्क, आगरा कॉलेज, हरिपर्वत चौराहा, संजय प्लेस, एमजी रोड, सुल्तानगंज क्रासिंग, कमला नगर, रामबाग़, फ़ाउंडरी नगर, आगरा मंडी और कालिंदी विहार पर मेट्रो स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा । आगरा मेट्रो रेल परियोजना के प्राथमिक सेक्शन के एलिवेटेड सेक्शन के सिविल निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट मेसर्स सैम (इंडिया) बिल्टवेल प्राइवेट लि. को दिया गया है।
पीएसी व मंडलायुक्त की जमीन पर बनेगा डिपो
आगरा मेट्रो रेल परियोजना में कॉरिडोर-1 का डिपो तैयार करने के लिए 9.37 हेक्टेयर जमीन चयनित की गई है। इसमें से 8.09 हेक्टेयर जमीन पीएसी 15वीं वाहनी और 1.28 हेक्टेयर जमीन मण्डलायुक्त कार्यालय की है। आगरा मेट्रो रेल परियोजना के डिपो के निर्माण कार्य का जिम्मा मेसर्स लीशा इंजीनियर्स प्राइवेट लि. को को दिया गया है।
ये होगा कारीडोर
आगरा मेट्रो रेल परियोजना के अन्तर्गत 29.4 किमी. लंबे 2 कॉरिडोर्स का क्रियान्वयन किया जाएगा । इसमें सिकंदरा से ताज ईस्ट गेट कुल 14 किलोमीटर एक कॉरिडोर तैयार किया जाएगा। इसमें 6 उपरिगामी व 7 भूमिगत स्टेशन होंगे जबकि 15.4 किलोमीटर लम्बे आगरा कैंट से कालिंदी विहार कॉरिडोर में 14 उपरिगामी स्टेश्न होंगे। पीएसी की 15 बटालियन परेड ग्राउंड में होने वाले इस कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं । मेट्रो रेल परियोजना निर्माण के शिलान्यास के मौके पर केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहेंगे ।
पर्यटकों को होगी सुविधा,लाखों को सफर करायेगी मेट्रो
मेट्रो रेल परियोजना से आगरा की 26 लाख से अधिक आबादी को फायदा मिलेगा । हर साल आगरा आने वाले लगभग 60 लाख पर्यटकों के लिए मेट्रो एक शानदार सेवा होगी। आगरा मेट्रो रेल परियोजना के रूप में आगरा शहर को एक अत्याधुनिक और वैश्विक स्तर का मास रैपिड ट्रांज़िट सिस्टम (एमआरटीएस) उपलब्ध हो सकेगा। आगरा मेट्रो के कॉरिडोर्स इस तरह से प्लान किए गए हैं कि शहर के 4 प्रमुख रेलवे स्टेशनों, बस डिपो, कॉलेजों, प्रमुख बाज़ारों और पर्यटन स्थलों को आपस में जोड़ा जा सके। यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव का कहना है कि आगरा मेट्रो पर्यावरण के अनुकूल, आरामदायक एवं बाधारहित सार्वजनिक यातायात का साधन उपलब्ध कराएगी। आगरा में ताजमहल और आगरा फ़ोर्ट जैसे विश्व-प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों तक मेट्रो आवाजाही को आसान बनाएगी। इसका सबसे बड़ा फायदा पर्यटन विकास में होगा। हमारी टीम के लिए निर्धारित समय-सीमा के अंदर, शहर के बीचोंबीच मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण करना एक बड़ी चुनौती है। हम इसे पूरा करते हुए तय समय सीमा में मेट्रो उपलब्ध करायेंगे। गौरतलब है कि यूपी मेट्रो, पहले ही तय समय से पहले ही लखनऊ मेट्रो परियोजना का निर्माण कर, एक मिसाल कायम कर चुकी है। कानपुर में भी अच्छी गति के साथ सिविल निर्माण का काम लगभग पूरा होने को है। गौरतलब है कि8 मार्च, 2019 को प्रधानमंत्री द्वारा कानपुर से विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से आगरा मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास किया गया था।