कश्मीर समस्या का हल निकालने और इस क्षेत्र में खून खराबा रोकने के लिए भारत को पाकिसन के साथ बात करनी चाहिए। यह बात बुधवार को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पार्टी के 22वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही।

महबूबा ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच वर्तमान संघर्ष विराम बातचीत का ही नतीजा है। ऐसे में यदि वह कहती हैं कि पाकिस्तान से बात करो, तो उसमें गलत क्याहै।ू उन्होंने कहा कि घाटी में स्थिति में सुधार के लिए पड़ोसी देश से बातचीत करने में कोई झिझक नहीं होनी चाहिए। इस साल फरवीर में हुए संघर्षविराम समझौते के बाद से सीमा पर शांति आयी है और घुसपैठ कम हो गयीं। इससे लोगों को राहत मिली।

मुफ्ती ने कहा, आप चीन से बातचीत कर रहे हैं जिसने आपकी जमीन कब्जा कर रखी है। सरकार भले ही न माने, लेकिन ऐसा तो है। भारत और पाकिस्तान के बीच शिमला संधि और ताशकंद समझौता जम्मू कश्मीर के बारे में है। उन्होंने कहा कि पीडीपी संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद का जम्मू कश्मीर के दोनों विभाजित हिस्सों के बीच व्यापार एवं यात्रा का सपना तत्कालीन प्रधानमंत्रियो अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह के प्रयासों से साकार हुआ था। उन्होंने कहा पाकिस्तान से फिर बातचीत कीजिए तथा मुजफ्फराबाद और रावलकोट व्यापारिक मार्ग फिर खुलवाइए। वाजपेयी जी तो उस समय पाकिस्तान गए जब आतंकवाद चरम पर था। उसके बाद कारगिल हुआ।

महबूबा मुफ्ती ने कहा कि पिछले महीने प्रधानमंत्री के साथ सर्वदलीय बैठक के दौरान उन्होंने दोहराया था कि वार्ता ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा, मैंने यह भी कहा कि हम जम्मू कश्मीर के विशेष दर्ज की बहाली के लिए अपना संघर्ष जारी रखेंगे। सरकार को 5 अगस्त 2019 का फैसला वापस लेना होगा। कहा कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा इस मुल्क के संविधान ने दिया था। हम आजादी की बात नहीं कर रहे हैं, अलग नहीं होना चाहते लेकिन हम इस मुल्क के साथ बाइज्जत रहना चाहते हैं।

महबूबा मुफ्ती ने कश्मीरी युवाओं से बन्दूक का रास्ता छोड़ने की अपील की है। कहा कि जो बंदूक उठाएगा वह मारा जाता है और अपने पीछे मां-बाप को छोड़ जाता है। बंदूक की बजाए हमारी आवाज ही काफी है। हमें गांधी के तरीके से जुल्म के खिलाफ लड़ना है। क्योंकि कुछ लोग चाहते हैं ज्यादा से ज्यादा नौजवान बंदूक उठाएं और उन्हें जुल्म करने का मौका मिले। महबूबा ने कहा कि लोग हाल में हुई तीन मुठभेड़ों में पुलिस पर उंगलियां उठा रहे हैं। इसकी तफ्तीश की जाए और लोगों के सामने सच लाया जाए।

पीपडीपी अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह अंग्रेजों (ईस्ट इंडिया कंपनी) ने भारत के ऊपर हुकूमत की। केंद्र की भाजपा सरकार भी उसी तर्ज पर शासन कर रही है। उन्हें मुल्क में रहने वाले हर शख्स पर शक है चाहे वो कोई बड़ा नेता ही क्यों न हो। इजराइल से मशीनें लाकर हर एक की बातचीत पर नजर रखी जा रही । इससे साबित होता है कि ईस्ट इंडिया कंपनी और भाजपा सरकार में कोई फर्क नहीं है। ईस्ट इंडिया कंपनी भी हिंदुस्तान के लोगों को शक की नजर से देखती थी।

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