हर रविवार की तरह इस रविवार 13 सितंबर को भी एबी फाउंडेशन दिल्ली ने आत्मनिर्भर अभियान के तहत उद्यमी महिलाओं की भूमिका पर गंभीर परिचर्चा आयोजित की।

फाउंडेशन की यह मुहिम पिछले 6 महीनों से चल रही है जिसमें युवाओं, महिलाओं ,कृषक और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए कई वेबिनार आयोजित की जा चुकी है।

रविवार की परिचर्चा में मुख्य वक्ता श्रीमती रेखा त्रिपाठी जी ने जो कई निजी कंपनियों में बतौर डायरेक्टर कार्य कर रही है । आपने रेलवे की सरकारी नौकरी में वीआरएस लेकिर बिजनेस शुरू किया और एक बहुत बड़ा साम्राज्य खड़ा कर दिया। उन्होंने बताया कि लोगों को गांव की तरफ रुख करना होगा गांव की महिलाओं को उद्यमी बनाना होगा सभी भारत का विकास संभव है।

साथ में श्रीमती मीनाक्षी शुक्ला जी ने बताया कि वह कैसे परिवार के सहयोग से बाहर निकल कर बच्चो के स्कूल कीसकड़ी कोलकाता में खड़ा की । वहीं पर श्रीमती डॉक्टर ममता बिनानी जी भूतपूर्व प्रेसिडेंट कंपनी सेक्रेट्री आफ इंडिया की दूसरी महिला थी उन्होंने बताया कि हर महिला को अपने अकाउंट के बारे में जानना बहुत आवश्यक है।साथ में रही तेजस्विनी पिसाल जी ने बताया कि आप अपने आपको हमेशा मोटिवेट करके ही रखें अपने काम को कैसे करना है उसकी एक टीम बनाएं और अपने काम को सबसे पहले समझे विशाल तेजस्वी जी ने बताया कि कैसे हम भारत की जीडीपी को महिलाओं को आगे करके बना सकते हैं अर्थात जितना कार्य पुरुष करते हैं अगर उतना महिलाएं भी करने लगे तो भारत की जीडीपी अपने आप बढ़ जाएगी। वहीं पुणे से जया ओभान जी बताया की उद्यमी महिलाओं को अपने काम के प्रति हमेशा सजग रहना होगा आत्मनिर्भर कैसे बना जाता है उन्होंने विस्तार से बताया।

इस वेबिनार में कनाडा से श्रीमती अनुराधा चटर्जी जुड़ी थी । महिलाओं के आत्मविश्वास पर जोर देते हुए कहा कि गांव की महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती है। ट्रस्टी सीए भाषा शुक्ला जी महिलाओं को उद्मम में आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया ।

वेबिनार के गेस्ट आफ आनर अंग्रेजी दैनिक डेकन क्रानिकल चेन्नई के स्थानीय संपादक आर( रामास्वामी )मोहन ने, जो देश के अग्रणी क्रिकेट समीक्षक भी रहे हैं। द हिन्दू के बतौर विशेष संवाददाता आपने क्रिकेट खेलने वाले सभी देशों के न जाने कितनी बार दौरे किए हैं, कहा कि आत्मनिर्भर अभियान में भारतीय महिलाओं की अहम भूमिका होगी। आज देश के हर क्षेत्र में महिलाएं आगे आ रही हैं। बैगलुरू की आईटी इण्डस्ट्रीज में महिलाओं का बोलबाला है। बैंकिंग के क्षेत्र मे भी उनकी सशक्त भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। यहाँ तक कि देश की सुरक्षा में भी उनकी सशक्त भागीदारी होने लगी है। देश की सफल महिला उद्यमियों की चर्चा करते हुए उन्होने किरण मजूमदार शाह का विशेष उल्लेख किया। अपने गृह राज्य तमिलनाडु की महिलाओं के अंशदान की भी उन्होने चर्चा की।

इस कड़ी में एडवोकेट आनंद सिंह और रवि पांडे ने, जो इनक्यूबेटर डिपार्टमेंट आईआईटी कानपुर से हैं, अपना वक्तव्य रखा और बताया कि आईआईटी में कई महिलाए अपना उद्दम खड़ा करके कार्य कर रही है। संस्था के ट्रस्टी सीके मिश्रा जी ने बताया कि हर एक व्यक्ति के अंदर किसी न किसी प्रकार की प्रतिभा होती है वह बस उसको जागृत नहीं कर पाता और यह फाउंडेशन इसी प्रतिभा को जागृत करने के लिए कार्य कर रहै है । इसने बीड़ा उठाया है कि हम नौकरी से ज्यादा व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित करेंगे वह अपने जिले अपने कस्बों अपने क्षेत्रों में रह कर के भी एक अच्छा जीवन यापन कर सकते हैं।

एबी फाउंडेशन के बेविनार में देश और विदेश की खासी भागीदारी देखने को मिल रही है ।