विकास यादव
वाराणसी। कोरोना वायरस संक्रमण की ऐसी मुश्किल घड़ी, जहां कई अपने ही दामन छोड़कर जा रहे हैं। ऐसे में धार्मिक नगरी काशी में युवा समाजसेवी ने मानवता की नयी मिसाल पेश की है। वाराणसी के सुंदरपुर की रहने वाली रोशनी कुशल जायसवाल एंबुलेंस की कमी से जुझते लोगों के लिए देवदूत बनकर सामने आई हैं। रोशनी ने कोरोना मरीजों के लिए अपनी महिंद्रा XUV कार को ही एंबुलेंस बना लिया है। वाराणसी शहर में अगर किसी कोरोना मरीज को एंबुलेंस नहीं मिल पा रही है, तब संक्रमण में तमाम आशंकाओं और डर के बीच रोशनी सुबह से लेकर रात तक मरीजों को अस्पताल लाने ले जाने का काम कर रही हैं। मरीजों से बिना पैसे लिए ये युवा समाजसेवी अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की मदद कर रही हैं।
रोशनी ने बताया कि जब अचानक से कोरोना संक्रमितों के आंकड़े बढ़े, तब मरीजों को लाने ले जाने के लिए एंबुलेंस की कमी होने लगी और ऐसे समय में उन्होने पर्सनल कार को ही एंबुलेंस में बदलकर मरीजों को लाने ले जाने की ठानी। इसके लिए सोशल मीडिया पर लोगों से अपील की, जिसके बाद से उस कार का उपयोग वे कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने, सिटी स्कैन कराने ले जाने के लिए कर रही हैं।