कोरोना वायरस की महामारी रोकने के लिए लगाए गए पहले लॉकडाउन के एक साल बाद फिर पाबंदियों का दौर लौट आया है। देश के कई राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं और कोरोना के केसेज कम होने के बाद दी गई छूट खत्म कर दी गई है। महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात आदि राज्यों ने संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए नई पाबंदियों का ऐलान किया है। मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि भोपाल, इंदौर और जबलपुर 21 मार्च को पूरी तरह से बंद रहेंगे।
देश में संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में सरकार ने नया आदेश जारी किया है। सरकार ने सभी थिएटर, ऑडिटोरियम और कार्यालयों को 31 मार्च तक 50 फीसदी क्षमता से ही चलाने के निर्देश दिए हैं। राजधानी मुंबई और पुणे सहित राज्य के नौ जिलों में रात का कर्फ्यू लगाया गया है और नागपुर में 21 मार्च तक हार्ड लॉकडाउन लागू किया गया है। राज्य सरकार ने निर्देश दिया है कि मॉल में प्रवेश से पहले एंटीजन टेस्ट होगा और रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही मॉल में जाने दिया जाएगा।
उधर पंजाब में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सभी स्कूल और कॉलेज 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही कॉलेज की परीक्षाओं को भी टाल दिया गया है। पंजाब सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक राज्य में मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज को छोड़ कर सभी शैक्षणिक संस्थान 31 मार्च तक बंद रहेंगे। सिनेमा हॉल में 50 फीसदी सीटों पर ही लोगों को बैठाने की अनुमति रहेगी। गाइडलाइन के मुताबिक एक मॉल में एक सौ से अधिक लोग एक समय पर मौजूद नहीं रहेंगे। सरकार ने निर्देश दिया है कि कोरोना की वजह से जान गंवाने वालों के लिए अगले हफ्ते से हर शनिवार को सुबह 11 बजे से एक घंटे का मौन रखा जाएगा। इस दौरान किसी भी वाहन की आवाजाही की इजाजत नहीं होगी।
गुजरात में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा, जामनगर, भावनगर गांधीनगर सहित आठ महानगर पालिकाओं में स्कूल कॉलेज 10 अप्रैल तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य सरकार ने अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा और राजकोट में कर्फ्यू की अवधि बढ़ा कर रात को 10 बजे से सुबह छह बजे तक का कर दिया है। उधर मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड, एमपीपीईबी भोपाल ने मध्य प्रदेश पुलिस आरक्षक संवर्ग भर्ती परीक्षा को स्थगित कर दिया है। छह अप्रैल से इसका आयोजन होना था। मध्य प्रदेश सरकार ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के बीच अंतरराज्यीय बस सेवाओं पर अस्थायी रूप से 20 मार्च से 31 मार्च तक के लिए रोक लगा दी है। राज्य सरकार ने भोपाल, इंदौर और जबलपुर में 31 मार्च तक सारे स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए हैं।
उद्धव ने दिए लॉकडाउन के संकेत
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच एक बार फिर से लॉकडाउन लगाने का संकेत दिया है। हालांकि उन्होंने साथ ही यह भी कहा है कि उन्हें विश्वास है कि लोग खुद ब खुद कोरोना गाइडलाइन का पालन करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है क्योंकि गुरुवार को आए नए मामलों में सितंबर में दर्ज किए गए कोरोना के मामलों की संख्या को भी पीछे छोड़ दिया है।
मुख्यमंत्री ठाकरे शुक्रवार को कहा- मैं लॉकडाउन के आगे के लिहाज से विकल्प के रूप में देखता हूं लेकिन मुझे यकीन है कि राज्य के लोग, पिछली बार की तरह सहयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले साल जब कोरोना महामारी शुरू हुई थी थी कि वायरस से लड़ने के लिए कुछ भी नहीं था। उन्होंने कहा- हमारे पास कवच के रूप में वैक्सीन तो है। अब हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है सभी को कोरोना का टीका लगे. लोगों को कोरोना का टीका लगवाने के लिए सामने आना चाहिए।
‘अनियोजित लॉकडाउन’ पर राहुल का निशाना
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए पहले लॉकडाउन के एक साल पूरे होने से ठीक पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे अनियोजित बताते हुए केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने इसे सरकार का अदूरदर्शी फैसला बताया और कहा कि लाखों परिवार इस फैसले का दंश आज तक झेल रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले साल 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहला लॉकडाउन घोषित किया था। इसकी आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इसके चलते गरीबों और प्रवासियों को पीड़ा उठानी पड़ी है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ट्विटर पर लिखा- देश अनियोजित लॉकडाउन के चलते आई आपदा का दंश अब तक झेल रहा है। सरकार की अक्षमता और अदूरदर्शिता के कारण बयान न की जा