केंद्र सरकार ने लोगों में निवेश की आदत को बढ़ावा देने के लिए दर्जनों सेविंग और पेंशन स्कीम्स लॉन्च की हैं, जिनमें निवेश कर आप निश्चित रिटर्न पा सकते हैं। सरकार द्वारा जारी किए जाने के कारण ये स्कीम रिस्क फ्री होते हैं, यानी इनमें निवेशकों का पैसा डूबने का जोखिम नहीं होता है। इसके साथ ही आप इनमें निवेश करते टैक्स बेनिफिट भी पा सकते हैं।

इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत पीपीएफ, ईपीएफ, एलआईसी प्रीमियम, सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), यूलिप, टैक्स सेविंग्स FD, स्टांप ड्यूटी और संपत्ति खरीद पंजीकरण शुल्क यानी property purchase registration fees पर टैक्स बेनिफिट प्राप्त कर सकते हैं। सालान 7.6% तक गारंटीड रिटर्न के लिए ये हैं 5 बेस्ट गवर्मेंट सेविंग स्कीम्स…

सुकन्या समृद्धि योजना

केंद्र सरकार ने यह योजना गर्ल चाइल्ड के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए किया है। इस योजना के तहत किए गए निवेश पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के तहत छूट मिलती है। सुकन्या समृद्धि योजना में मात्र 250 रुपये से अकाउंट खोला जा सकता है। यानी अगर आप रोजाना 1 रुपये भी बचाते हैं तो भी आप इस स्कीम का लाभ ले सकते हैं। इसमें 7.6 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है। इसमें बेटी की उच्च शिक्षा के खर्च के लिए 50 फीसदी तक रकम निकाली जा सकती है। यह योजना 21 साल तक की लड़कियों के लिए या फिर उनकी शादी से पहले तक के लिए है।

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ)

पब्लिक प्रोविडेंट फंड भारत में उपलब्ध सबसे लोकप्रिय लॉन्ग टर्म डेब्ट निवेश प्रोडक्ट्स में से एक है। पीपीएफ का एक सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह गारंटीड टैक्स-फ्री रिटर्न देता है, जो आपको एनपीएस, म्यूचुअल फंड जैसे अन्य लॉन्ग टर्म निवेश साधनों में नहीं मिलता है। पीपीएफ में हर साल 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट है। पीपीएफ में कमाई गई ब्याज और मेच्योरिटी की राशि दोनों पर टैक्स छूट मिलती है। सब्सक्राइबर्स पीपीएफ अकाउंट पर उपयुक्त ब्याज दर पर लोन ले सकते हैं। यह खासकर उन लोगों के लिए लाभकारी है जो छोटी अवधि के लोन के लिए अप्लाई करना चाहते हैं। सेल्फ इम्प्लॉयड प्रोफेशनल और ईपीएफओ के दायरे में नहीं आने वाले कर्मचारियों के लिए पीपीएफ निवेश का सबसे उपयुक्त विकल्प है।

सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम (एससीएसएस)

सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम के तहत बुजुर्ग नागरिक 5 साल तक के लिए पैसा जमा करा सकते हैं और इसे मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद 3 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है। SCSS में वरिष्ठ नागरिकों को 7.4% इंटरेस्ट मिलता है। इसमें इंटरेस्ट हर तीसरे महीने मिलता है। 60 साल से अधिक उम्र के लोग इनमें 1000 रुपये से लेकर 15 लाख रुपये तक जमा करा सकते हैं। इस योजना में पैसा जमा करने वालों को इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है। इस योजना के तहत प्रीमैच्योर अकाउंट बंद करने यानी 5 साल से पहले अकाउंट बंद करने पर पेनाल्टी लगती है, जो प्रिंसिपल अमाउंट का 1% से 1.5% तक हो सकता है।

बैंक फिक्स्ड डिपोडिट (बैंक एफडी)

देश का लगभग हर बैंक वरिष्ठ नागरिकों के लिए सीनियर सिटीजंस स्पेशल एफडी स्कीम चला रही है। इसमें सीनियर सिटीजंस को आम ग्राहकों से कम से कम 0.5% अधिक ब्याज मिलता है। कुछ प्राइवेट बैंक 1% तक अधिक ब्याज देते हैं। ग्राहक बैंक में मिनिमम 7 दिन से लेकर 10 साल तक के लिए FD करा सकते हैं। बैंक 1 साल से कम के FD पर जहां 4% के आसपास इंटरेस्ट देते हैं, वहीं 5 साल के FG पर औसतन 5.5% से 6% तक ब्याज मिलता है। कुछ प्राइवेट बैंक और स्मॉल फाइनेंस बैंक FD पर 8% तक ब्याज देते हैं। बैंक FD पर इंटरेस्ट आप चाहें तो हर महीने ले सकते हैं।

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (एनएससी)

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट में 5 वर्ष के लिए निवेश करने पर जमाकर्ताओं को गारंटीड रिटर्न मिलता है। अभी एनएससी पर सालाना 6.8% की दर से ब्याज मिल रहा है, जो कि मैच्योरिटी पूरा होने पर मिलता है, लेकिन इस पर मिलने वाले रिटर्न की गणना सालाना चक्रवृद्धि ब्याज पर होती है। जिससे इसमें निवेश करने वालों को जबरदस्त रिटर्न मिलता है। हालांकि, मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम टैक्सेबल होती है। हालांकि, जब आप इंटरेस्ट के अमाउंट को दोबारा इसमें निवेश कर दे ते हैं तो यह टैक्स फ्री हो जाता है। इसमें आप मिनिमम 1000 रुपये जमा कर सकते हैं।

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