गुरुग्राम, 14 दिसंबर, 2022: भारत की अग्रणी स्टेनलेस स्टील विनिर्माता, जिंदल स्टेनलेस ने आज ओड़िशा के जाजपुर में स्थित अपने विनिर्माण संयंत्र में कर्मचारियों के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रयोग शुरू किया। जाजपुर संयंत्र के प्रमुख, श्री दीपक अग्रवाल ने ऊर्जा संरक्षण दिवस के उपलक्ष्य में चार टाटा नेक्सॉन ईवी मैक्स का ध्वजारोहण किया । इस मौके पर जाजपुर संयंत्र के ऊर्जा विभाग के प्रमुख, श्री कल्याण भट्टाचार्य और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
जिंदल स्टेनलेस के प्रबंध निदेशक, श्री अभ्युदय जिंदल ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा, ”हमारा उद्देश्य है वहनीयता की नींव पर बेहतरीन व्यापार का निर्माण करना। हमने पिछले वित्त वर्ष में कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में 1.4 लाख टन तक कम किया और 2050 तक शून्य कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन का स्तर हासिल करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। हम इस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए एक व्यापक ख़ाका तैयार कर रहे हैं। हमारे विनिर्माण संयंत्र में इलेक्ट्रिक वाहन पेश करना हमारे वाहन-बेड़े के विकार्बनीकरण (डीकार्बनाइजेशन) पहल का एक हिस्सा है। जिंदल स्टेनलेस न सिर्फ स्टेनलेस स्टील विनिर्माण में सर्वश्रेष्ठ बनना चाहता है, बल्कि वहनीय स्टेनलेस स्टील विनिर्माण में भी उत्कृष्ट बनने की प्रेरणा रखता है।“
इस मौके पर जिंदल स्टेनलेस के जाजपुर संयंत्र के प्रमुख, श्री दीपक अग्रवाल ने कहा, “इलेक्ट्रिक वाहनों को संयंत्र में लाये किये जाने के साथ साथ, जिंदल स्टेनलेस ने अपने व्यापार का विस्तार करने के लिए वहनीयता की दिशा में कई पहलें की हैं। हम ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों के ज़रिये भावी विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमने सौर तथा पवन ऊर्जा में निवेश करना शुरू कर दिया है।”
इन चार वाहनों के उपयोग से सालाना कार्बन उत्सर्जन में लगभग 54 टी सीओ2(टोटल कार्बन डाइऑक्साइड) के कम होने का अनुमान है। जिंदल स्टेनलेस, जाजपुर ने निकट भविष्य में अपने वाहन-बेड़े में 30 इलेक्ट्रिक कार और बस शामिल करने की योजना बनाई है। कंपनी अपने पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) लक्ष्यों को प्राप्त करने और वहनीय विनिर्माण की दिशा में बढ़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इस उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए, जिंदल स्टेनलेस ने अपने संयंत्र में ईवी पेश करने के अलावा डीकार्बनाइजेशन से जुड़ी विशाल परियोजनाएँ शुरू की हैं, जिनमें 300 मेगावाट की हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना की स्थापना भागीदारी, फ्लोटिंग सौर संयंत्र स्थापना, वेस्ट हीट रिकवरी बॉयलरों के जरिये ऊर्जा की रिकवरी और लॉजिस्टिक्स के लिए सड़क मार्ग के बजाय रेल का उपयोग शामिल है।
जिंदल स्टेनलेस के बारे में:
श्री ओ पी जिंदल द्वारा 1970 में स्थापित, जिंदल स्टेनलेस (जिसमें जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड और जिंदल स्टेनलेस (हिसार) लिमिटेड शामिल हैं) की सालाना मेल्टिंग क्षमता 19 लाख टन और सालाना कारोबार 4.20 अरब अमेरिकी डॉलर (मार्च’22 तक) का है। क्षमता विस्तार के दौर से गुज़र रही इस कंपनी की वार्षिक मेल्ट क्षमता वित्त वर्ष 2022-23 तक 29 लाख टन तक हो जाने की उम्मीद है। इंडोनेशिया में एक विदेशी इकाई के साथ-साथ हरियाणा और ओड़िशा राज्यों में जिंदल स्टेनलेस के दो स्टेनलेस स्टील विनिर्माण संयंत्र हैं। कंपनी का भारत में 10 बिक्री कार्यालयों का एक देशव्यापी नेटवर्क है, और दुनिया भर में इसके 12 वैश्विक कार्यालय हैं। कंपनी की उत्पाद श्रृंखला में स्टेनलेस स्टील स्लैब, ब्लूम, कॉयल, प्लेट, शीट, प्रेसिज़न स्ट्रिप, ब्लेड स्टील और कॉयन ब्लैंक शामिल हैं।