उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा को उसके सहयोगी दलों ने ही झटके देने शुरू कर दिए हैं। बिहार सरकार में भाजपा की सहयोगी व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने भी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि अगर भाजपा के साथ चुनाव लड़ने को लेकर बात नहीं बनती है जदयू अकेले ही चुनाव में उतरेगी।

पटना के जदयू कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ़ ललन सिंह ने कहा कि जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाना ही हमारा लक्ष्य है। इसके लिए मैंने अगले साल मणिपुर और उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर पार्टी नेताओं के साथ चर्चा की है। हम इसको लेकर एनडीए के साझेदारों से भी बात करेंगे। अगर वे इन राज्यों में होने वाले चुनाव में हमें अपना सहयोगी नहीं बनाते हैं तो हम अकेले ही चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।

इस दौरान उन्होंने अरुणाचल में हुए पिछले विधानसभा चुनाव का भी जिक्र किया। ललन सिंह ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में हमने अरुणाचल की 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे। जिसमें से सात सीटों पर जदयू उम्मीदवार की जीत हुई थी। ललन सिंह ने कहा कि अरुणाचल की तरह ही हम दूसरे राज्यों में भी चुनाव लड़ेंगे। गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर के महीने में भाजपा ने नीतीश कुमार को झटका देते हुए अरुणाचल के 7 में से 6 जदयू विधायकों को भाजपा में शामिल करा लिया था।

गौरतलब है कि, जदयू के अलावा बिहार सरकार में सहयोगी मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी ने भी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। पिछले दिनों फूलन देवी की पुण्यतिथि पर उत्तरप्रदेश पहुंचे मुकेश सहनी को बनारस एयरपोर्ट से ही घुमाए जाने के बाद से ही उनके तेवर सख्त हो गए थे। जिसके बाद मुकेश सहनी ने ऐलान किया था कि वे आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में 165 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेंगे।

बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी ने कहा था कि हमारी पार्टी ने फैसला किया है कि हम उत्तरप्रदेश की 165 विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे। आने वाले समय में हम उत्तरप्रदेश में अपनी सरकार बनाएंगे और राज्य में कई जगहों पर फूलन देवी की प्रतिमा लगवाएंगे। 

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