वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान शुक्रवार को सर्किट हाउस सभागार में समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि कोरोना के दूसरे लहर में वाराणसी में अच्छा कार्य हुआ है। काशी में कार्य करना सौभाग्य की बात है। पूरी श्रद्धा व तन्मयता से कार्य करें। समस्याओं का समाधान करें। कार्य को परिणाम तक पहुंचाएं। प्रशासन साप्ताहिक रूप से जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद बनाए। नगर निगम प्रोजेक्ट बनाते समय जनप्रतिनिधियों का सहयोग ले। निगम में जुड़े नए गांव में साफ सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित हो। शासन द्वारा उसके लिए धनराशि की व्यवस्था रखी गई है। कोरोना काल में प्रशासन, स्वास्थ्य, स्वयंसेवी संगठनों, जनप्रतिनिधियों ने मिलकर अच्छा काम किया है। कोरोना कमजोर हुआ अभी समाप्त नहीं हुआ है। बरसात में काला ज्वार, मलेरिया डेंगू से सतर्क रहना है। कोरोना तीसरी लहर की आशंका के लिए सतर्कता से कार्य करें। कोरोना से विकास व अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा, अब मौका है अर्थव्यवस्था हेतु विकास में तेजी लाये। कार्यो का भौतिक सत्यापन करें और जवाबदेही तय करें। वाराणसी की पहचान वरुणा व अस्सी से पड़ा बनारस हैं। इन्हें व्यवस्थित व संरक्षित की कार्रवाई हो, चैनेलाइजेशन का कार्य हो। गंदा नाला गंगा या वरुणा व अस्सी में नहीं पड़े। सरकारी अस्पताल सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बड़ी संख्या में इक्विपमेंट सामान आदि उपलब्ध कराए गए हैं। अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को इसकी जिम्मेदारी दें। कोई सामान चोरी नहीं हो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण काशी को नई पहचान मिली है। यहां धन की उपलब्धता है। संसाधन उपलब्ध है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना दीपावली तक चलेगी। कोटेदार की दुकान पर एक साथ भीड़ न जुटे और ई पास मशीन से खाद्यान्न वितरण हो।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस समय प्रदेश में चार लाख से अधिक वैक्सीनेशन रोज हो रहे हैं। 21 जून से 06 लाख से अधिक लगेगी तथा जुलाई से प्रतिदिन 10 से 12 लाख डोज प्रतिदिन लगेगी। 3 गुना बढ़ेगी इसकी प्लानिंग कर ले। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के दृष्टिगत बच्चों के लिए मेडिसिन किट चुकी है। 24 जून से वितरित करें। चार प्रकार की किट है। निगरानी समितियों ने अच्छा काम किया है उनका दवा वितरण में सहयोग ले। कोरोना से मृत माता-पिता के बच्चों हेतु बाल सेवा योजना लागू है। नाम कोविड से मृत व्यक्तियों के बच्चों के लिए केंद्र की केंद्र की ₹2000 प्रति माह की योजना है। निराश्रितो को निराश्रित महिला पेंशन, अन्नपूर्णा राशन कार्ड, आवास सुविधा, आरोग्य योजना से आच्छादित करें। रिंग रोड पर अभी चार-पांच जगह चिन्हित कर क्षेत्र विकसित करें।
कानून व्यवस्था में बनारस सर्किल में माफियाओं के विरुद्ध व्यापक कार्यवाही हुई है। 410 करोड़ रुपए की संपत्ति जबत एवं ध्वस्त की गई। 393 शराब माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही हुई और उनकी 22 करोड़ रुपए की संपत्ति जबत हो गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर नल योजना से सभी आंगनवाड़ी व प्राइमरी स्कूल आच्छादित हो। ग्रामीण सामुदायिक शौचालय की केयरटेकर को ₹6000 मासिक मानदेय समय से भुगतान सुनिश्चित किया जाए। जनपद में किसान सम्मान निधि में अब तक 338.45 करोड़ रुपए किसानों के खातों में भेजी जा चुकी है। जनपद में कोविड कन्ट्रोल प्रभावी रूप से हुआ। इस समय पॉजिटिविटी रेट 0.6 फ़ीसदी आ गया है। रिकवरी 98 फ़ीसदी से अधिक है। मृत्यु दर 0.8 फ़ीसदी है। दृतीय लहर में 1.86 लाख मेडिसिन किट वितरित की गई। तीसरी लहर की आशंका के दृष्टिगत तैयारियां कर ली गई है। 14 ऑक्सीजन प्लांट सरकारी अस्पतालों में स्थापित हो रहे हैं। जनपद की समस्त 10 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ऑक्सीजन प्लांट की प्लानिंग कर ली गई है जो 30 जुलाई तक लग जाएंगे। जिला मुख्यालय के अस्पतालों के अतिरिक्त ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भी बच्चों के लिए बेड आरक्षित रहेंगे। जनपद में पौने सात लाख लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। 18 प्लस के दो लाख युवा वैक्सीनेशन से कबर हो चुके हैं और तेजी से वैक्सीनेशन हो रहा है।
जनपद में निर्माणाधीन परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की। वाराणसी में वर्तमान में 8238.77 करोड़ रुपए की 136 प्रमुख परियोजनाएं निर्माणाधीन है। जिसमें मई, 2021 तक पूर्ण एवं इस माह जून माह में पूर्ण होने वाली 726.54 करोड़ रुपए की 39 परियोजनाएं हैं। अगले माह जुलाई, 2021 में 1424.42 करोड़ रुपए की 14 परियोजनाएं पूर्ण हो जाएंगी। अगस्त से दिसंबर 2021 तक 3879.49 करोड़ रुपए की 62 परियोजनाएं पूर्ण हो जाएंगी। अगले वर्ष जनवरी, 2022 के बाद 1894.15 करोड़ रुपए से निर्माणाधीन 7 परियोजनाएं पूर्ण हो जाएंगी। 314.17 करोड़ रुपए की 14 परियोजनाएं टेंडर व अन्य प्रक्रिया में हैं।
बैठक में बताया गया कि निर्माणाधीन परियोजनाओं में से मई, 2021 तक पूर्ण व जून, 2021 में पूर्ण होने वाली परियोजनाओं में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, राजकीय चिकित्सालय पांडेपुर में 50 शैयायुक्त महिला चिकित्सालय का कार्य, बीएचयू में 100 शैयायुक्त मेटरनिटी विंग निर्माण, रीजनल इंस्टिट्यूट ऑफ ऑफथेल्मोलॉजी की स्थापना, बीएचयू में आवासीय भवन निर्माण, पुरानी सीवर का सीआईपीपी लाइनिंग जीर्णोद्धार कार्य, गोदौलिया दुपहिया वाहन पार्किंग, भिखारीपुर तिराहे से एनएच-2 तक सड़क चौड़ीकरण, वाराणसी- गाजीपुर मार्ग पर आरओबी निर्माण, अस्सी घाट से राजघाट तक गंगा नदी के ड्रेजिंग एवं चैनेलाइजेशन कार्य, स्मार्ट स्कूल मछोदरी का निर्माण, शहर के टैगोर टाउन पार्क, गिरी नगर पार्कों का विकास एवं सुंदरीकरण, घाटों पर कल्चरल अपलिफ्टमेंट थ्रू ऑडियो-वीडियो सॉल्यूशन कार्य, ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर निर्माण कार्य आदि है। जुलाई, 2021 में पूर्ण होने वाली परियोजनाओं में वाराणसी-गाजीपुर फोरलेन चौड़ीकरण कार्य, बीएचयू में 200 कक्ष महिला छात्रावास, वरुणा नदी के चैनेलाइजेशन एवं तटीय विकास, सर्किट हाउस कैम्प्स में भूमिगत पार्किंग, गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक पर्यटन विकास, एसटीपी रमन्ना का निर्माण, एसटीपी रामनगर का निर्माण आदि है। अगस्त से दिसंबर, 2021 तक पूर्ण होने वाली परियोजनाओं में बीएचयू में आवासीय भवन निर्माण, बीएचयू डॉक्टर/नर्सेज हॉस्टल एवं धर्मशाला निर्माण, बीएचयू में आईयूसीटीई भवन निर्माण, राजपूताना छात्रावास में स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर का निर्माण, जौनपुर- वाराणसी मार्ग के चौड़ीकरण कार्य, आजमगढ़- वाराणसी के फोरलेन चौड़ीकरण कार्य, कैंट से पड़ाव का चौड़ीकरण कार्य, बाबतपुर-कपसेठी- भदोही मार्ग पर आरओवी निर्माण, कालिकाधाम पर वरुणा नदी पर पुल निर्माण, कोनिया-सलारपुर मार्ग पर पुल निर्माण, लहरतारा-फुलवरिया मार्ग पर दो आरओवी व फोरलेन सड़क निर्माण परियोजना, विद्युत उपकेंद्र अलईपुर का निर्माण, टाउन हॉल में पार्क व भूमिगत पार्किंग निर्माण, शाही नाला का जीर्णोद्धार, अतिरिक्त सीवर लाइन निर्माण, पिड्रा में आईटीआई का निर्माण, पांडेपुर, चकरा, सोनभद्र, नदेसर व चितईपुर तालाबों का विकास एवं सौंदर्यीकरण, काशी के कालभैरव, कामेश्वर महादेव, राजमंदिर वार्ड, जंगमबाड़ी, दशाश्वमेध व गड़वासी टोला के रिडेवेलपमेंट कार्य, शहर के 720 स्थानों पर एडवांस सर्विलांस कैमरा की स्थापना कार्य, दशाश्वमेध घाट पुनर्विकास परियोजना, खिड़कियां घाट का पुनर्विकास कार्य, विद्युत बस चार्जिंग स्टेशन निर्माण आदि कार्य हैं। दिसंबर, 2021 के बाद पूर्ण होने वाली परियोजनाओं में वाराणसी रिंग रोड फेज- 2 की परियोजना, कज्जाकपुरा आरओबी का निर्माण, वाराणसी शहर में गैस वितरण परियोजना आदि है। वाराणसी में कुछ महत्वपूर्ण परियोजनाओं निविदा एवं अन्य प्रक्रिया में हैं। जिसमें रीडेवेलपमेंट ऑफ डॉ संपूर्णानंद स्मार्ट स्पोर्ट्स स्टेडियम, मणिकर्णिका घाट का पर्यटन विकास, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के मुकीमगंज व मछोदरी क्षेत्र के कार्य, खेलो इंडिया खेलो के तहत कार्य, राजकीय महिला डिग्री कॉलेज बीएलडब्लू में निर्माण कार्य व कुछ स्काडा के तहत कार्य आदि हैं।
बैठक में जनप्रतिनिधियों ने भी अपने सुझाव रखे। इस पर मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, मंत्री रविंद्र जायसवाल, सुनील ओझा, महापौर मृदुला जायसवाल, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, एमएलसी अशोक धवन के अलावा एडीजी, पुलिस कमिश्नर, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा सहित अन्य विभागीय एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी एवं अभियंता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।