संतकबीरनगर जिले में मारपीट के दर्ज मुकदमे में आरोप पत्र दाखिल करने के नाम पर पीड़ित शख्स से दस हजार रुपये घूस लेते हुए दरोगा को उसके धनघटा स्थित आवास से मंगलवार को एंटी करप्शपन गोरखपुर की टीम ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है। गाड़ी में बैठाने की कोशिश के दौरान आरोपी दरोगा और टीम के बीच हाथापाई भी हुई। टीम ने बल पूर्वक दरोगा को गाड़ी में बैठाया। खलीलाबाद लाते समय दरोगा के अपहरण की अफवाह से मुखलिसपुर और नाथनगर पुलिस चौकी पर टीम की गाड़ी को बैरियर लगाकर पुलिस कर्मियों ने रोका। इस बीच नोकझोंक भी हुई। बाद में एंटी करप्शन की टीम की जानकारी देने पर पुलिस कर्मियों ने आरोपी दरोगा को खलीलाबाद ले जाने दिया।

मिली जानकारी के मुताबिक, धनघटा थाना क्षेत्र के करमा गांव निवासी अब्दुल्ला खान पुत्र इस्मत हुसैन का आरोप है कि उसके विपक्षियों ने दो मई को उसे मारा-पीटा था। चार मई को उसके घर में घुसकर दोबारा मारा-पीटा। उसने तत्काल घटना की जानकारी एसपी और डीजीपी कार्यालय को दी थी। उसके बाद उसका मुकदमा दर्ज हुआ था। धनघटा थाने में तैनात दरोगा राम मिलन यादव को मुकदमे की विवेचना मिली।

आरोप है कि दरोगा राम मिलन यादव आरोप पत्र दाखिल करने के नाम पर बार-बार घूस की मांग कर रहे थे। आजिज आकर 21 जुुलाई को उसने एंटी करप्शन गोरखपुर कार्यालय को शिकायती पत्र दिया। उसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी दरोगा को मंगलवार को धनघटा स्थित आवास पर दस हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।

एंटी करप्शन टीम के इंस्पेक्टर रामधारी मिश्रा ने बताया कि पीड़ित अब्दुल्ला की शिकायत पर पहले प्रकरण की प्रारंभिक जांच की गई। उसके बाद डीएम संतकबीरनगर से मामले में दरोगा के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकारी गवाह लिया गया। करमा निवासी पीड़ित अब्दुल्ला से दर्ज मुकदमे में चार्जशीट लगाने के नाम पर दस हजार रुपये घूस लेते दरोगा राम मिलन यादव को पकड़ा गया। 2000 रुपये के पांच नोट बरामद हुए। यह सच है कि आरोपी दरोगा गाड़ी में बैठने को तैयार नहीं हुआ तो टीम के सिपाहियों ने उसे किसी तरह प्रयास कर गाड़ी में बैठाया।

मुखलिसपुर और नाथनगर पुलिस चौकी पर बैरियर लगाकर गाड़ी रोकी गई। लेकिन बाद में एंटी करप्शन की टीम बताने पर पुलिस कर्मी जाने दिए। आरोपी दरोगा के खिलाफ कोतवाली में केस दर्ज कराया गया है। जबकि आरोपी दरोगा राम मिलन यादव ने बताया कि वह तौलिया और बनियान पर अपने कमरे पर था। वह कुछ समझ पाता, तब तक एंटी करप्शन की टीम ने उसे पकड़ लिया। उसे साजिश के तहत फंसाया गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here