वाशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि अमेरिका और भारत ने आपसी हितों के अलावा हिंद-प्रशांत क्षेत्र की बेहतरी के लिए भी काम किया है। ब्लिंकन ने कहा कि कोरोना महामारी की चुनौतियों के दौरान भी कई क्षेत्रों में दोनों देशों की भूमिका सराहनीय रही है।

भारत-अमेरिका शिक्षा सहयोग को लेकर हावर्ड विश्वविद्यालय में बोलते हुए ब्लिंकन ने कहा, ’21वीं सदी की समस्याओं के समाधान के लिए दोनों देशों के बीच की साझेदारी बेहद महत्वपूर्ण और प्रासंगिक है। मुझे भरोसा है कि अमेरिका-भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी भी जरूरी है।’

भारतीय विदेश मंत्री भी मौजूद

इस आयोजन में भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर भी शामिल हुए। उन्होंने वहां भारतीय छात्रों और उन रिसर्चर्स के साथ भी बातचीत की जिन्होंने अमेरिका में काम किया है। इसी आयोजन में अमेरिकी मंत्री ने ये भी कहा, ‘हम भाग्यशाली हैं कि अमेरिका में करीब दो लाख भारतीय छात्र हमारे विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे हैं, जो अपने ज्ञान से हमारी संस्थाओं और नागरिकों को समृद्ध बनाने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। हम देखते हैं कि कई अमेरिकी छात्र फुलब्राइट या गिलमैन फेलोशिप जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से भारत में पढ़ रहे हैं और काम भी कर रहे हैं।’

भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारत-अमेरिका के बीच ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए अमेरिका में हैं। हावर्ड यूनिवर्सिटी में 21 सदी की चुनौतियों पर चर्चा इसी समिट के बीच हुई। आपको बता दें कि बाइडन के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता है। जिसमें अमेरिका की ओर से समिट की मेजबानी विदेश मंत्री ब्लिंकन और रक्षा मंत्री ऑस्टिन लॉयड कर रहे हैं।