मॉस्को ( एजेंसी)। रूस की राजधानी मॉस्को में आयोजित आर्मी-2020 इंटरनेशनल मिलिटरी एंड टेक्निकल फोरम में लगे भारतीय पवेलियन का रविवार को उद्घाटन हो गया। इसमें भारत ने अपने रक्षा उत्पादन के संबंध में जानकारियां दी हैं।
यह फोरम रूस के रक्षा मंत्रालय ने आयोजित किया है और यह 23 से 29 अगस्त तक चलेगा। कोविड-19 महामारी के चलते कई देश आयोजन में हिस्सा नहीं ले रहे हैं, बावजूद इसके इसमें करीब 70 देश शामिल हो रहे हैं। इसमें 730 से ज्यादा रूसी हथियार और रक्षा उपकरण प्रदर्शन के लिए रखे गए हैं। इसके अतिरिक्त कई अन्य देशों ने भी अपने उत्पाद प्रदर्शनी में रखे हैं।
करीब 28 हजार कंपनियों ने अपने उत्पाद यहां रखकर भविष्य के सौदों की संभावना तलाशी है। आयोजन में तमाम रक्षा विशेषज्ञ, वैज्ञानिक, उद्योग और व्यापार से जुड़े लोग भी भाग ले रहे हैं। रूस ने प्रदर्शनी में अपने वे सभी 23 टैंक भी रखे हैं जो उसने अभी तक विकसित किए हैं। ये टैंक रूसी टैकों के विकास की गाथा बताते हैं।
जून में राजनाथ सिंह ने रूस का किया था तीन दिवसीय दौरा
बता दें कि लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद के बीच भारत और रूस के बीच रक्षा सहयोग पर देश के साथ है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जून के महीने में रूस के उप प्रधानमंत्री यूरी बोरिसोव से मुलाकात की थी। रूस के निमंत्रण पर तीन दिवसीय दौरे पर मॉस्को गए राजनाथ ने कहा था कि रक्षा सहयोग की समीक्षा के साथ ही इस पर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्योते पर रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन इसी साल भारत आने को भी तैयार हैं।
उस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ ने रूसी नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। इसके अलावा वह रूस की विक्ट्री डे परेड के 75 साल पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। इस परेड में भारतीय सेना के जवान भी शामिल हुए थे।