नई दिल्ली। चीनी कुप्रचार का भारत हर स्तर पर माकूल जवाब दे रहा है। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि हमने चीनी मीडिया में कुछ आर्टिकल देखे हैं, जिसमें एनएसए अजित डोभाल को लेकर बात की जा रही है। हम साफ करना चाहते हैं कि ये सभी रिपोर्ट पूरी तरह से गलत हैं, ऐसे में इस तरह की खबरों से बचने की अपील करते हैं।

दरअसल, चीनी मीडिया ने अपनी कुछ रिपोर्ट में दावा किया है कि अजित डोभाल की ओर से ही माहौल को और ज्यादा गरमाने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए अजित डोभाल के कथित बयान का हवाला दिया गया है कि उन्होंने कहा था कि भारत बॉर्डर पर एक लंबे संघर्ष के लिए तैयार है।

लगातार बोल रहा है झूठ चीन और वहां की मीडिया

चीन की ओर से लगातार झूठा एजेंडा चलाए जाने की कोशिश की जा रही है। ग्लोबल टाइम्स सीमा की स्थिति को लेकर लगातार झूठ फैला रहा है। कल पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर भारतीय सेना की ओर से फायरिंग वाले चीनी दावे को भारत सरकार ने झुठला दिया। चीन एलएसी पर खुद फायरिंग करके भारतीय सेना पर आरोप लगा रहा है, मगर भारत ने एक बार फिर से चीनी की झूठ से पर्दा हटा दिया है। 

भारत ने बयान जारी कर कहा कि पीएलए के जवानों ने उकसावे की कार्रवाई की है। भारत ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि भारतीय सेना ने एलएसी यानी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर फायरिंग नहीं की है और न ही पार की है। बल्कि कुछ जगहों पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने ही फायरिंग की है। 

दरअसल, सोमवार की रात चीनी सेना ने दावा किया कि पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा  का उल्लंघन करते हुए फायरिंग की। जिसके जवाब में आज मंगलवार को भारतीय सेना ने कहा कि ड्रैगन की सेना ने खुद फायरिंग की और आरोप हम पर लगा रहा है। भारत ने कहा चीन लगातार समझौते का उल्लंघन कर रहा है और आक्रामक रवैया अपना रहा है। जबकि सैन्य, कूटनीतिक और राजनीतिक स्तर पर दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है।