राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले लगातार पकड़े जा रहे हैं। इसी कड़ी में खुफिया एजेंसियों ने जैसलमेर जिले में रहने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि इस युवक को पाकिस्तानी युवतियों ने अपने हुस्न के जाल में फंसा रखा था, जिसके चलते आरोपी युवक सेना की गुप्त जानकारियां दुश्मन को दे रहा था। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के जाल में फंसकर हनी ट्रैप का शिकार हुए इस युवक से पूछताछ की जा रही है।

यह है पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के चांदण गांव में भारतीय वायु सेना की फायरिंग रेंज है, जहां सेना के सभी महत्वपूर्ण हथियारों और गोला बारूद का परीक्षण किया जाता है। इसके अलावा परमाणु परीक्षण भी इसी रेंज के आसपास हुए। बताया जा रहा है कि इसी गांव में रहने वाला एक युवक कई दिन से एटीएस के निशाने पर था, जिसे कॉल रिकॉर्ड के आधार पर सोमवार (14 जून) देर रात पकड़ लिया गया। यह युवक गांव के एक प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखता है। हालांकि, आरोपी ने गिरफ्त में आने से पहले पाकिस्तान से होने वाली हर कॉल को डिलीट कर दिया था। ऐसे में यह पता नहीं लगा कि उसने आईएसआई को क्या-क्या जानकारी भेजी। खुफिया एजेंसियां उसके मोबाइल का डाटा रिकवर करने का प्रयास कर रही हैं। 

हनी ट्रैप में ऐसे फंसा युवक

बता दें कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के स्लीपर सेल जैसलमेर में काफी सक्रिय हैं। ये लोग पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं को क्षेत्र के प्रभावशाली लोगों के नंबर भेजते हैं, जिन्हें हनी ट्रैप में फंसाया जाता है। दरअसल, आईएसआई की महिला एजेंट ऐसे लोगों को लगातार फोन कॉल करती हैं और अपने हुस्न के जाल में फंसा लेती हैं। ये महिलाएं वीडियो कॉल से उन्हें अपने मोहजाल में बांधती हैं। जब कोई व्यक्ति उनका शिकार बन जाता है तो उसे बदनाम करने की धमकी देकर क्षेत्र में सेना की हलचल समेत अन्य महत्वपूर्ण जानकारी ले ली जाती हैं। 

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