पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घोषणा की कि कक्षा 5, 8 और 10 के सभी छात्रों को बिना परीक्षा दिए ही अगली कक्षा में पदोन्नत कर दिया जाएगा। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 12वीं की परीक्षा को स्थगित करने का फैसला पहले ही किया है। बोर्ड ने फिलहाल 30 मई तक 12वीं की परीक्षा को स्थगित किया है। बोर्ड ने कहा है कि जब भी परीक्षाएं लेनी होगी तो छात्रोे को दस दिन पहले सूचित कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ में शीर्ष अधिकारियों और चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ एक COVID-19 की समीक्षा बैठक के दौरान ये निर्णय लिया। यह मीटिंग वर्चुअल मोड में हुई थी।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य ने 30 अप्रैल तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया है, लेकिन 11-20 आयु वर्ग में कोरोना के संक्रमण को कम करने के लिए परीक्षा देने जा रहे स्कूली बच्चों को राहत प्रदान करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को बताया कि कक्षा 5 के 5 विषयों में से चार के लिए परीक्षाएं पहले ही आयोजित की जा चुकी हैं, इसलिए PSEB द्वारा चार विषयों में छात्रों को दिए गए अंकों के आधार पर रिजल्ट जारी किया जा सकता है। कक्षा 8 और 10 के लिए रिजल्ट प्री-बोर्ड परीक्षा या संबंधित स्कूलों के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर घोषित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री, जिन्होंने इस सप्ताह के शुरू में केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखा था, ने सीबीएसई की कक्षा 12 की परीक्षाओं को स्थगित करने के फैसले पर संतोष जताया है। समीक्षा बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री ओपी सोनी, शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला, मुख्य सचिव विनी महाजन, डीजीपी दिनकर गुप्ता शामिल थे।