15 अगस्त को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां देशभर में अलर्ट हैं. राजधानी दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर तक सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया है. इस बार लाल क़िले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान सुरक्षा के लिए कंटेनरों की व्यवस्था भी की गई है. वहीं कश्मीर में 15 अगस्त से पहले आतंकी खतरे को देखते हुए सुरक्षाबलों ने सख्ती और बढ़ा दी है.
15 अगस्त, देश का स्वतंत्रता दिवस हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है. इस दिन हिंदुस्तान अपनी आजादी का जश्न मनाता है. लेकिन कुछ ताकतें इस जश्न में व्यवधान डालने के लिए तैयार रहती हैं और इन ताकतों से निपटने के लिए दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर तक खास तैयारी चल रही है.
26 जनवरी के दिन लाल क़िला में जिस तरह की हिंसा की गई थी उसके बाद यहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है. 26 जनवरी के दिन जिस प्रवेश द्वार से किसान जबरन घुसे थे, वहां कंटेनर लगा दिए गए हैं. लाल क़िले का पूरा फ्रंट कंटेनर से छिपाया गया है. यहां करीब 14 कंटेनर लगाए गए हैं.
ये बड़े-बड़े कंटेनर लाल क़िले के मेन गेट पर लगाए गए हैं ताकि अगर कोई प्रदर्शनकारी पुलिस और अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा को भेदकर आगे बढ़े तो भी ये कंटेनर उन्हें लाल क़िले से अंदर जाने से रोक दें.
लाल क़िले की सुरक्षा में एंटी ड्रोन सिस्टम लगाया जा रहा है. सीसीटीवी कैमरे और स्नाइपर को तैनात किया जा रहा है. वांटेड आतंकवादियों के पोस्टर भी लाल क़िले के पास लगाए गए हैं.
देश की राजधानी दिल्ली किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. वहीं दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर में भी एजेंसियां सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं.
जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ 15 अगस्त से पहले पूरी तरह सतर्क है और श्रीनगर को साउथ कश्मीर से जोड़ने वाले हाईवे पर चेकिंग अभियान तेज किया गया है. हर आने-जाने वाले वाहन पर सुरक्षा बलों की कड़ी नजर है.
साउथ कश्मीर के अनंतनाग, बडगाम, कुपवाड़ा और पुलवामा जो आतंक से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे हैं, उन्हें श्रीनगर से जोड़ने वाले नाके पर 15 अगस्त को देखते हुए गाड़ियों की चेकिंग और तेज कर दी गई है. यहां पर पुलिस श्रीनगर तक पहुंचने वाले हर नाके पर पूरी तरह से मुस्तैद है.
नॉर्थ कश्मीर के बांदीपोरा, सोपोर और हंदवाड़ा जैसे जिलों को श्रीनगर से जोड़ने वाले नाके पर भी सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता नजर आई. यहां भी जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के जवान चेकिंग के काम में जुटे हैं.
नॉर्थ कश्मीर और साउथ कश्मीर को श्रीनगर से जोड़ने वाले हाईवे के अलावा ओल्ड श्रीनगर और न्यू श्रीनगर को जोड़ने वाले त्राल इलाके में भी हमारी टीम पहुंची. यहां पर भी जवान पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात नजर आए.
न्यू कश्मीर से ओल्ड कश्मीर को जोड़ने वाले इस नाके पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखनी काफी जरूरी है क्योंकि यहां से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं और किसी भी वाहन के साथ साजिश का बारूद श्रीनगर के मुख्य इलाकों तक पहुंच सकता है.
जम्मू-कश्मीर में 5 अगस्त शांति के साथ बीत गया लेकिन 15 अगस्त पर आतंकी साजिश करके माहौल बिगाड़ सकते हैं. ऐसे में दिल्ली के साथ-साथ घाटी में भी सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चुस्त-दुरस्त रखी गई है.