उत्तर प्रदेश की लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने थाईलैंड की युवती की कोरोना संक्रमण से हुई मौत की जांच के मामले में आरोप लगाने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आई पी सिंह और दो अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने ये केस भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सेठ के निजी सचिव की शिकायत के बाद दर्ज किया है. सपा प्रवक्ता आईपी सिंह ने आरोप लगाया था कि बीजेपी के राज्यसभा सांसद के बेटे ने इस लड़की को थाईलैंड से बुलवाया था और उसी के कहने पर वो नौकरी कर रही थी.
संजय सेठ के निजी सचिव की तहरीर पर गौतमपल्ली थाने में आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता की धारा 500 मानहानि के तहत समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आई पी सिंह और दो अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. दर्ज शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई, जिससे सेठ के परिवार की छवि धूमिल हुई है. सेठ के निजी सहायक अनूप कुमार पांडेय की तहरीर में कहा गया है कि इंटरनेट मीडिया पर कुछ लोग गलत तरीके से अफवाह उड़ा रहे हैं और इससे संजय सेठ के परिवार की छवि धूमिल हुई है. पांडेय की तहरीर के आधार पर गौतमपल्ली थाने में आई पी सिंह, रामदत्त तिवारी और महेंद्र कुडिया के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
सपा नेता पर मानहानि का आरोप
आरोप है कि सपा नेता ने ट्वीट कर गलत जानकारी पोस्ट की थी और सपा नेता के अलावा दो अन्य लोगों ने भी इसे प्रसारित किया था. लखनऊ पुलिस 41 वर्षीय थाई नागरिक पियाथिडा की मौत की जांच कर रही है जिसकी 30 अप्रैल को बीमार पड़ने के बाद तीन मई को शहर के एक अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हो गई. सपा नेता सिंह ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि महिला को भाजपा सांसद संजय सेठ के बेटे ने लखनऊ बुलाया था. लखनऊ पुलिस ने मृतका के एक परिचित सलमान खान की निगरानी में उसका अंतिम संस्कार किया. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला को लाने में खान की संभावित भूमिका की जांच की जा रही है. उस होटल के सीसीटीवी फुटेज भी हैं जिसमें वह रुकी थी. अधिकारी ने बताया, ‘महिला यहां एक स्पा में काम करती थी और हम इस मामले की जांच कर रहे हैं.’
सेठ ने रविवार को लखनऊ के पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर थाई युवती के संबंध में जांच कराने की मांग की थी. उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण बिंदु सुझाते हुए दावा किया कि इनकी जांच कराने से सच्चाई सामने आएगी. लखनऊ के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि थाईलैंड की युवती की लखनऊ में कोरोना संक्रमण से मृत्यु के प्रकरण की जांच के लिए पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) संजीव सुमन के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है. उन्होंने बताया कि पुलिस उपायुक्त की टीम ने जांच शुरू कर दी है और संबंधित लोगों से पूछताछ की जा रही है. ठाकुर ने कहा कि जांच से प्राप्त तथ्यों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. इस संबंध में लखनऊ के पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने पूछे जाने पर कहा कि उन्हें सेठ का पत्र मिला है जिसमें कुछ बिंदुओं पर जांच कराने की मांग की गई है.
मिले हैं कई अहम सबूत
थाईलैंड से लखनऊ में आई महिला की लोहिया अस्पताल में कोरोना से मौत के मामले में जांच कर रही पुलिस टीम के सामने कई महत्वपूर्ण तथ्य आए हैं. पुलिस को पता चला है कि थाई महिला टूरिस्ट वीजा पर थी लेकिन फिर भी नौकरी कर रही थी. जांच टीम का नेतृत्व कर रहे डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन के मुताबिक थाई महिला विभूतिखंड इलाके में मौजूद ओ-2 थाई स्पा में थेरेपिस्ट के रूप में काम करती थी. आरोप है कि ये युवती एक कॉलगर्ल थी और बीजेपी सांसद संजय सेठ के बेटे पर आरोप लगे थे कि उन्होंने 7 लाख रुपए देकर इस लड़की को थाईलैंड से बुलावाया था. थाई महिला के वीजा पर लिखा हुआ है कि ‘इम्प्लॉइमेंट प्रोहिबिटेड’, ऐसे सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर थाई महिला इस स्थिति में ओ-2 थाई स्पा में नौकरी कैसे कर रही थी? स्पा के मैनेजर सलमान और मालिक राकेश शर्मा से भी पूछताछ की जा रही है.