नई दिल्ली । कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से सरकार पर लगातार ‘क्रोनी कैपिटलिज्म’ का आरोप लगाए जाने पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जम कर लताड़ा। निर्मला सीतारमण ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए मुद्रा लोन योजना का जिक्र किया है और कहा कि क्या इसके तहत दामादों को लोन मिलता है? राज्यसभा में आम बजट पर चर्चा के दौरान वित्त मंत्री ने कहा, ‘मुद्रा लोन योजना के तहत 27,000 करोड़ रुपये तक के कर्ज जारी किए गए हैं। मुद्रा योजना का लाभ किन्हें मिला? दामादों को?’ इसके अलावा वित्त मंत्री ने डिजिटल ट्रांजेक्शंस में इजाफा होने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि अगस्त 2017 से जनवरी 2020 के दौरान 3.6 लाख करोड़ रुपये के डिजिटल ट्रांजेक्शन हुए हैं।
क्या योजनाओं से सिर्फ कारोबारियों को फायदा मिल रहा है
निर्मला सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से गरीबों के लिए किए जा रहे कामों को नजरअंदाज करते हुए विपक्ष लगातार उस पर क्रोनी कैपिटलिज्म का आरोप लगा रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से एक गलत नैरेटिव गढ़ने का प्रयास किया जा रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में देश के 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन दिया गया था। इसके अलावा 8 करोड़ महिलाओं के नाम पर फ्री कुकिंग गैस दी जा रही है। 40 करोड़ खातों में कैश ट्रांसफर किया गया। महिलाओं, दिव्यांगों, किसानों और गरीबों को सरकार सीधे तौर पर मदद कर रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि क्या इन योजनाओं से सिर्फ कारोबारियों को फायदा मिल रहा है।
पूरे हो चुके 1.67 करोड़ आवास क्या अमीरों के लिए बने हैं?
यही नहीं पीएम आवास योजना का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अब तक इस स्कीम के तहत 1.67 करोड़ आवास पूरे हो चुके हैं। क्या यह अमीरों के लिए बने हैं? अक्टूबर 2017 के बाद से अब तक 2.67 घरों में बिजली पहुंचाई जा चुकी है। सरकारी ई-मार्केट पर अब तक 8,22,077 करोड़ रुपये के ऑर्डर प्लेस किए जा चुके हैं। क्या ये ऑर्डर बड़ी कंपनियों को मिले हैं? ये सभी ऑर्डर लघु उद्योगों को मिले हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीते कुछ दिनों में कई बार केंद्र सरकार पर क्रोनी कैपिटलिज्म का आरोप लगाया था। यही नहीं उन्होंने कहा था कि पहले नारा था, हम दो-हमारे दो। लेकिन मोदी सरकार ने इस नारे को अपनी आर्थिक नीति में लागू किया है और कारोबारियों के लिए काम कर रही है। यही नहीं राहुल गांधी ने शुक्रवार को भी राहुल गांधी ने राजस्थान में किसानों की एक रैली को संबोधित करते हुए सरकार पर पूंजीवादियों की मदद करने का आरोप लगाया था। राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार 40 करोड़ लोगों के खेती के काम को सिर्फ एक आदमी के हाथों में सौंपना चाहती है। राहुल गांधी ने कहा, ‘नरेंद्र मोदी चीन से डरते हैं, लेकिन कांग्रेस से लड़ रहे हैं और उनकी जमीन और फसलों को कॉरपोरेट के हाथों में सौंपना चाहते हैं।’