लखनऊ के मडि़यांव थाना क्षेत्र के जानकीपुरम में एक मकान में रहने वाले रहस्यमयी आवाजों से परेशान हो गए हैं। परिवार का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से उन्हें ये आवाजें सुनाईं दे रही हैं। ऐसी आवाजें जैसे कोई दीवार पर हथौड़े मार रहा हो लेकिन आश्चर्य की बात है कि ऐसा कहीं कुछ होता नहीं दिख रहा है। परिवार पुलिस की मदद से पड़ोस के घर की जांच-पड़ताल भी करा चुका है लेकिन आवाजों का रहस्य, रहस्य ही बना हुआ है।
लोग इस बारे में अंधविश्वास से जुड़ी बातें कर रहें हैं। पुलिस के पास भी फिलहाल लोगों के बीच हो रही चर्चाओं के अलावा बताने को कुछ नहीं है। उधर, परिवार लगातार परेशान है। मूल रूप से केरल की रहने वाली आरती सिंह का कहना है कि उनका परिवार पिछले 27 सालों से यहां रह रहा है। शादी के बाद वह खुद 12 साल से यहां हैं। परिवार में आरती, उनके पति, बेटी और 80 वर्षीय बुजुर्ग सास हैं। यह मकान परिवार ने खुद बनवाया था। उनके मुताबिक इतने वर्षों में उन्हें यहां कभी कोई परेशानी नहीं हुई लेकिन इधर 10-12 दिनों से सुनाई पड़ रहीं रहस्यमयी आवाजों ने सबको परेशान कर दिया है। आरती और उनके पति दोनों दिन भर काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं। ऐसे में घर पर सास और बच्ची ही रह जाते हैं। आरती सिंह की सास हार्ट पेशेंट भी हैं। इस दौरान आवाजें कभी भी शुरू हो जाती हैं। इन आवाजों की वजह से परिवार खौफ के साये में जी रहा है।
पुलिस ने की जांच पड़ताल
आरती सिंह ने मडियांव थाने में पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई है। उनकी शिकायत पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरती के घर और पड़ोस के मकान की पूरी जांच-पड़ताल की। एसआई का कहना है कि उन्हें पड़ोस के मकान में कहीं कुछ नहीं मिला। उस मकान में पिछले कुछ दिनों से कोई नहीं है। एसआई जफर मेंहदी ने आशंका जताई कि आरती सिंह के परिवार को सुनाई पड़ रही आवाजों के पीछे कोई और वजह होगी। उन्होंने कहा कि मोहल्ले में लोग अलग-अलग तरह की बातें बता रहे हैं। जिनमें से कई बातें अंधविश्वास की ओर ले जाती हैं। आरती सिंह का आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मियों ने भी उनसे अंधविश्वास की बातें कहीं। उनका कहना था कि पड़ोस में किसी दारोगा मकान था। उसमें किसी ने आत्महत्या कर ली थी। आरती सिंह के मुताबिक उन्हें पूजा-पाठ कराने की सलाह भी दी गई। उन्होंने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा कि इन परिस्थितियों में क्या करें।