नई दिल्ली (एजेंसी)। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को टूलकिट विवाद पर प्रतिक्रिया दी और स्वीडन की क्लाइमेंट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग की ओर से ट्वीट किए गए ‘टूलकिट’ से जो चीजें सामने आई हैं उस पर चिंता जाहिर की। विदेश मंत्री ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, ”मेरा मानना है कि इसने बहुत कुछ सामने ला दिया है। हमें देखना है कि और क्या चीजें बाहर आती हैं। 

विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि किसानों के प्रदर्शन को विदेशी हस्तियों के हस्तक्षेप पर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया के पीछे वजह थी। विदेश मंत्रालय ने इन हस्तियों की टिप्पणी को गैर जिम्मेदार और गलत बताया था। जयशंकर ने कहा, ”आप देखिए कि विदेश मंत्रालय ने कुछ हस्तियों की ओर से ऐसे मुद्दे पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दी जिसके बारे में वह अधिक नहीं जानते हैं, इसके पीछे कोई वजह है।”

अमेरिका की पॉप स्टार रिहाना की ओर से दिल्ली के आसपास इंटरनेट बैन को लेकर सीएनएन की एक आर्टिकल को साझा किए जाने के बाद इस मुद्दे ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान खींचा। किसानों के विदेशी समर्थकों में ग्रेटा थनबर्ग का भी नाम जुड़ा, लेकिन उन्होंने साथ में एक टूलकिट भी साझा किया जिसमें किसान आंदोलन के समर्थन को लेकर एक्शन प्लान दिया गया था।

ग्रेटा ने बाद में इसे डिलीट कर दिया और एक नया वर्जन अपलोड करते हुए कहा कि पहला वाला पुराना हो गया था। दिल्ली पुलिस ने टूलकिट के क्रिएटर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है गूगल से इसका ब्योरा मांगा गया है। पुलिस ने कहा है कि इस डॉक्युमेंट के खालिस्तानी लिंक मिले हैं और जिस तरह का प्लान इस डॉक्युमेंट में बताया गया था ठीक उसी तरह अंजाम दिया जा रहा है।  

इससे पहले केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी ने भी टूलकिट पर प्रतिक्रिया दी थी। दोनों ने कहा था कि इसने गंभीर चीजों से पर्दा उठाया है। रिहाना और ग्रेटा की ओर से बयानबाजी के बाद विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करके उन्हें नसीहत दी थी।

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