ओडिशा की नवीन पटनायक सरकार ने आपदा और महामारी प्रबंधन को न केवल हाई स्कूल और कॉलेज के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने का फैसला किया है, बल्कि राज्य को किसी भी जैविक या जलवायु आपदा से निपटने के लिए तैयार करने के उद्देश्य से मौजूदा और भविष्य के सरकारी कर्मचारियों के लिए एक आवश्यक स्किल सेट किया है।

राज्य सरकार के 5वें कार्यकाल की दूसरी वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक के बाद शनिवार को ये फैसला लिया गया। राज्य की आपदा प्रबंधन मशीनरी द्वारा चक्रवात यास की गंभीरता को बताने के बाद ये फैसला लिया गया है। 1891 से ओडिशा को 100 से अधिक ट्ऱॉपिकल साइक्लोन ने प्रभावित किया है। इसके ही चलते बीते 26 मई को एक भूस्खलन हुआ। वहीं कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर में अब तक कम से कम 2,686 लोगों की जान जा चुकी है। मंत्रिपरिषद द्वारा पारित प्रस्ताव में कहा गया है “अब से, हर हाई स्कूल और कॉलेज के छात्र पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में आपदा और महामारी प्रबंधन के बारे में पढ़ेंगे”।

इसमें कहा गया है कि राज्य सरकार की नौकरियों के लिए भर्ती के लिए आपदा और महामारी प्रबंधन पर अनिवार्य शिक्षा की आवश्यकता होगी और प्रत्येक सरकारी कर्मचारी को विभिन्न प्रकार की आपदाओं के बेसिक नेचर पर प्रशिक्षित किया जाएगा।

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