“योगी तेरे राज में, गुंडे रोएं रात में” जी हाँ अपनी तेज़ तर्रार छवि के लिए मशहूर योगी आदित्यनाथ की सरकार में गुंडे और माफिया यूपी से भाग रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार अभी तक 135 बदमाशो के एनकाउंटर किया जा चुका है जिससे माफियाओं की रूह कांप गई है।
विकास दुबे का मामला बना नज़ीर, 13 पुलिसकर्मी भी हुए शाहिद
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जिस तरह से माफियाओं और अपराधियों पर एक्शन लिया है, जिससे अब कुछ बचे हुए अपराधियों की रूहें कांप उठी हैं। योगी शासनकाल में सबसे बड़ा विकास दुबे एनकाउंटर हुआ। ऐसे में देखा जाए तो बीते चार सालों में प्रदेश में पुलिस ने 135 अपराधियों को एनकाउंटर में मार गिराया। जिसमें 13 पुलिसकर्मी भी शहीद हुए हैं। जबकि इन मुठभेड़ में 3000 से ज्यादा अपराधी और 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी जख्मी हुए। योगी सरकार की ताबड़तोड़ कार्रवाई से अपराधी दुबके हुए हैं।
करोड़ों की अवैध सम्पत्तियां भस्म
ऐसे में प्रदेश सरकार का दावा है कि बीते चार सालों में कानून व्यवस्था में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। जिससे डर की वजह अपराधी प्रदेश छोड़कर भाग रहे हैं। और उनकी करोड़ों की अवैध सम्पत्तियां ढहाई जा रही हैं।
यूपी भाजपा अध्यक्ष ने क्या कहा?
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सुल्तानपुर में एक चौपाल को संबोधित करते हुए कहा कि पहले यूपी में गुंडे, माफिया सड़क पर घूमते थे। आज गुंडे माफिया जेल जा रहे हैं या फिर प्रदेश छोड़ रहे हैं। माफिया की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चल रहा है। प्रदेश में अब कानून का राज है।
गुंडे या तो जेल में हैं या फिर प्रदेश छोड़कर भाग रहे
लेकिन दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश सरकार की इस नीति की विपक्ष इस बात को लेकर आलोचना करता है कि एनकाउंटर में मासूम लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। और इसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एकदम कड़े रूख में कहा कि प्रदेश में अब तक किसी निर्दोष पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। प्रदेश में कानून का राज है। गुंडे या तो जेल में हैं या फिर प्रदेश छोड़कर भाग रहे हैं।
वहीं अब यूपी के मोस्ट वांटेड अपराधियों में मुख्तार अंसारी का नाम सबसे ऊपर है। जबकि मुख्तार अंसारी की 50 अवैध संपत्तियां जब्त हो चुकी हैं और अवैध कारोबार को नेस्तनाबूद कर दिया गया है। साथ ही मुख्तार अंसारी के 100 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट भी लगाया गया है।