नगर प्रतिनिधि
इन दिनों कोरोना महामारी की वजह से देश में लॉकडाउन किया गया है, जिसके बाद लोगों के रोजगार पर संकट खड़ा हो गया है। विभिन्न प्रदेशों में काम करने वाले प्रवासी अब अपने घर लौटने लगे हैं। उन्हीं प्रवासियों की फिक्र करते हुए वाराणसी के डीएम और एसएसपी के साथ आला अधिकारियों ने प्रवासी श्रमिकों को उनके घरों तक ले जाने की व्यवस्था का जायजा लिया। चिलचिलाती धूप में सड़कों पर धूल की परवाह किए बगैर वाराणसी जिला प्रशासन की टीम प्रवासी श्रमिकों को कोई दिक्कत ना हो इसके लिए अथक मेहनत और प्रयास कर रही है।
42 डिग्री सेल्सियस की तपती दोपहरी में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा और जिले के पुलिस कप्तान प्रभाकर चौधरी प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य की जनपदों में भेजे जाने की व्यवस्था का जायजा लेने मोहन सराय स्थित मदर लैंड पब्लिक स्कूल, जगतपुर इंटर कॉलेज, टेंगरा टोल प्लाजा सहित स्थानों पर गये। दोनो ने व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। मौके पर अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि किसी भी प्रवासी श्रमिक को डिस्पैच सेंटर पर अपने अपने गंतव्य को रवाना होने से पूर्व किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए। प्रवासी श्रमिकों के खानपान, रहने के साथ-साथ पीने का पानी और बच्चों को बिस्किट आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए। डिस्पैच सेंटर्स पर सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने पर भी उन्होंने विशेष जोर दिया।
इसके बाद अधिकारियों ने जगतपुर इंटर कालेज के मैदान में प्रवासियों को प्रदेश के अन्य जिलों में छोड़ने के लिए खड़ी की गयी अधिग्रहीत बसों की व्यवस्था देखी और पूछताछ की। एआरटीओ प्रशासन की ओर से बताया गया कि 57 बसें रखी गयी हैं, जिन्हें आवश्यकतानुसार डिस्पैच सेंटर के लिए भेजा जा रहा है।
डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी प्रभाकर चौधरी वीरभानपुर, राजातालाब स्थित डिस्पैच सेन्टर की व्यवस्था देखने पहुंचे और मौके पर एसडीएम राजातालाब से प्रवासियों को भेजने के बारे में जानकारी ली। उन्हें भोजन, बिस्किट, पानी आदि वितरित किया। एसडीएम राजातालाब ने बताया कि कुछ स्वयंसेवी संस्थाएं भी खाद्य सामग्री व पीने का पानी की व्यवस्था कर रही हैं । यहां पर नागरिक सुरक्षा के आठ-आठ वालंटियर तीन शिफ्टों में ड्यूटी करते हुए बसों में बैठाने से लेकर खाद्य सामग्री वितरित किए जाने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। डिस्पैच सेंटर पर लगातार लाउडस्पीकर से लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने सहित विभिन्न जनपदों को जाने वाली बसों की जानकारी भी दी जा रही है। निरीक्षण के समय तक 30 बसों से प्रवासियों को विभिन्न प्रदेशों व अन्य जनपदों को भेजा जा चुका था।