पटना : निलंबित डीएसपी निसार अहमद को जांच में लापरवाही का दोषी पाए जाने पर गृह विभाग ने स्थायी रूप से इंस्पेक्टर पद पर डिमोशन दिया है। इसके साथ ही अवनत पद के आधार पर ही इन्हें वित्तीय लाभ और वेतनवृद्धि का लाभ मिलेगा। गृह विभाग ने शुक्रवार को इससे जुड़ा संकल्प जारी किया है। वहीं दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराध के मामले में आरोपी बनाए गए युवक को न्याय मिला। 

यह पूरा मामला 2018 का है। तब निसार अहमद नरकटियागंज के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी थे। इसी दौरान शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने और शादी करने से इनकार करने का एक मामला उनके समक्ष आया। आरोप है कि इस कांड की जांच करते हुए उन्होंने गंभीरता नहीं बरती। वारदात में शामिल युवती की निसार अहमद ने मेडिकल जांच तक नहीं कराई। निसार अहमद ने निजी लाभ एवं स्वार्थ के लिए अत्यधिक जल्दबाजी करते हुए साक्ष्यों की समीक्षा किए बिना ही निर्णय लिया। इसी मामले में गृह विभाग ने उन्हें डीएसपी से अवर निरीक्षक की कोटि में अवनति दी है।

बताया जाता है कि एक युवती ने युवक पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। अपनी शिकायत में पीड़ित युवती ने कहा था कि शादी का झांसा देकर युवक ने उसके साथ दुष्कर्म किया और बाद में शादी करने से इनकार कर दिया। मामले की जांच में पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं निसार अहमद की ओर से पीड़ित युवती की मेडिकल जांच तक नहीं कराई। वहीं आरोपित बताए गए युवक को तीन महीने तक जेल में रहना पड़ा था। मामले की जांच शुरू हुई तो आरोपित बनाया गया युवक निर्दोष निकला। वहीं निलंबित डीएसपी निसार अहमद को जांच में लापरवाही का दोषी पाए जाने पर गृह विभाग ने स्थायी रूप से इंस्पेक्टर पद पर डिमोशन कर दिया है।

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