भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने तबाही मचा रखी है। ज्यादातर अस्पतालों में इस वक्त ऑक्सीजन और बेड की कमी है। मरीज स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव से दम तोड़ने को मजबूर हैं। इसी बीच भारत में इटली के राजदूत विनसेंजो डी लूका ने ग्रेटर नोएडा के आईटीबीपी रेफरल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट में स्थापित किया। इस प्लांट से 100 से ज्यादा बेडों को ऑक्सीजन की आपूर्ति होगी।

आईटीबीपी के एडीजी मनोज सिंह रावत ने ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए इटली के राजदूत विनसेंजो डी लूका को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि 48 घंटे के अंदर इस प्लांट को अस्पताल में स्थापित किया गया है। वहीं, इटली के राजदूत ने इस दौरान उस अवसर को याद किया जब ITBP की मदद से 2020 में इटली के 17 कोरोना पॉजिटिव पर्यटकों का फोर्स ने ध्यान रखा था।

इटली और भारत ने दिया एकजुटता का संकेत

इटली के राजदूत विनसेंजो डी लूका ने कहा कि 48 घंटे में आईटीबीपी के साथ हमारी टीम ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने में सक्षम रहे। यह दोस्ती और एकजुटता की भावना में इटली और भारत की क्षमता का एक साथ काम करने का संकेत है। यह प्लांट एक समय में 100 से अधिक बेड को ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगा।

इससे पहले सोमवार को भारत को इटली से एक ऑक्सीजन प्रोडक्शन प्लांट और 20 वेंटिलेटर मिले थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि वह वेंटिलेटर समेत अन्य आपूर्ति इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं। इस फ्लाइट में वेंटिलेटर भी थे। भारत में काम करने वाली इटली की कंपनियां ऑक्सीजन के उत्पादन में भारत सरकार की लगातार मदद कर रही हैं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को समर्पित इस अस्पताल में 100 से अधिक कोविड बेड उपलब्ध हैं, जिनमें अब इस प्लांट के माध्यम से ही निर्बाध मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू हो गई है।

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