गुवाहाटी (एजेंसी)| असम में विपक्षी कांग्रेस ने मंगलवार (18 अगस्त) को आह्वान किया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए एआईयूडीएफ सहित सभी गैर भाजपा दलों को एक महागठबंधन बनाना चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस संबंध में चर्चा करने के लिए राज्य कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक में निर्णय किया गया।

उन्होंने कहा, ”हम राज्य में भाजपा नीत सरकार की हार सुनिश्चित करने के लिए एआईयूडीएफ और वाम दलों सहित अन्य दलों से बात करेंगे।” गोगोई ने कहा कि राज्य के लोग परिवर्तन चाहते हैं और इसलिए कोर कमेटी ने अपनी बैठक में निर्णय किया कि महागठबंधन बनाने के लिए सभी दलों से चर्चा की जाएगी।

यह पूछे जाने पर कि यदि गठबंधन चुनाव जीतता है तो क्या बदरुद्दीन अजमल के नेतृत्व वाली एआईयूडीएफ को सरकार में शीर्ष पद मिलेगा, गोगोई ने कहा कि ”मुख्यमंत्री’ कांग्रेस से होगा।

बजाय राम कृष्ण भेजने के अजमल का नाम ले रहे गोगोई – हेमंत विश्व सरमा

भाजपा नीत नॉर्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक एलायंस के संयोजक हेमंत विश्व सरमा ने राज्य सचिवालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 2021 के विधानसभा चुनाव में तरुण गोगोई की कोई प्रासंगिकता नहीं रहेगी। 

सरमा ने तीन बार मुख्यमंत्री रहे गोगोई पर हमला करते हुए कहा, ”ऐसे समय जब उन्हें (गोगोई) राम-कृष्ण का नाम भजना चाहिए, तब वह अजमल का नाम ले रहे हैं।” उन्होंने कहा, ”2021 के विधानसभा चुनाव में तरुण गोगोई की कोई प्रासंगिकता नहीं है। वह 90 साल के हैं और उन्हें ऐसी चुनौती देने से बचना चाहिए जिसका कोई अर्थ या प्रासंगिकता नहीं है।”