मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को एक बड़ी राहत दी है। अब किसानों को सिंचाई के लिए दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। नलकूप चालकों की नियुक्ति का सबसे अधिक लाभ किसानों को मिलेगा। मुख्यमंत्री नौ दिसंबर को सिंचाई विभाग के 3209 नलकूप चालकों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। महिला सशक्तीकरण को सार्थकता देते हुए इन 3209 नलकूप चालकों में से 516 महिला अभ्यर्थियों की भी नियुक्ति की गई है।
सीएम योगी ने नलकूप चालकों की कमी के वजह से सिंचाई में आ रही दिक्कतों को देखते हुए रिक्त पदों पर भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) को पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती कराने के निर्देश दिए थे। आयोग ने भर्ती प्रक्रिया को पूरा करते हुए परिणाम घोषित कर दिया था। आयोग ने 3209 नलकूप चालकों का चयन कर इसकी सूची सिंचाई विभाग को भेजी थी। विभाग ने 3209 नलकूप चालकों को पारदर्शी-निष्पक्ष प्रक्रिया से उनकी योग्यता क्रमांक के अनुसार ऐच्छिक जिले विकल्पों के अनुरूप आवंटित कर दिए हैं।
यह होगा किसानों का लाभ
नलकूप चालकों की नियुक्ति से नलकूप का संचालन और रखरखाव आसान होगा। इससे किसानों को सुचारू रूप से सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा। नलकूप में किसी प्रकार की खराबी आने पर उसे समय से ठीक कराया जा सकेगा। इसके लिए किसानों को बेवजह परेशान नहीं होना पड़ेगा।
पहले एक ही चालक करता था चार नलकूपों का संचालन
प्रदेश में सिंचाई (यांत्रिक) विभाग में 34,401 राजकीय नलकूपों के संचालन के लिए 73 नलकूप अनुरक्षण खंड हैं, जिनमें नलकूप चालकों के कुल 18811 पद स्वीकृत हैं। अभी तक स्वीकृत पदों के सापेक्ष मात्र 9198 नलकूप चालकों के कार्यरत होने के कारण नलकूप चालक को करीब चार नलकूपों के संचालन को देखना पड़ता था। इससे किसानों को बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन विभाग में 12407 नलकूप चालकों की उपलब्धता से अब एक नलकूप चालक दो से तीन नलकूपों के संचालन के लिए उपलब्ध रहेंगे ।