वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना वैश्विक महामारी के दूसरे लहर पर पूरी तरह काबू पाने तथा आने वाले संभावित तीसरी लहर के दौरान बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था पूर्व से ही सुनिश्चित कराए जाने के लिए पूरे प्रदेश के जनपदों का तूफानी दौरा कर रहे हैं। इस दौरान लोगों में होने वाले ब्लैक फंगस के प्रकोप के बेहतर इलाज हेतु जिलों में बनाए जा रहे अस्पतालों एवं वहां के बेड की उपलब्धता के साथ ही तीसरी लहर के दौरान छोटे बच्चों को संक्रमित होने की संभावना के दृष्टिगत रखते हुए बनाए जा रहे अस्पताल एवं वहां की बेड आदि की व्यवस्था का जिलों में दौरा कर समीक्षा कर पूरी व्यवस्था पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को जनपद गोंडा एवं आजमगढ़ का तूफानी दौरा करने के पश्चात अपने दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान वाराणसी पहुंचे। उन्होंने बीएचयू के एमपी थियेटर परिसर में भारतीय सेना के डीआरडीओ द्वारा बनाये गए 750 बेड के पं0 राजन मिश्रा कोविड अस्पताल एवं सर सुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू में बनाए गए ब्लैक फंगस वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने बीएचयू के आयुर्वेदिक विभाग में बने ब्लैक फंगस वार्ड में भर्ती महिला मरीज लीलावती देवी के एटेंन्डेंट से व्यवस्थाओ के संबंध में जानकारी की तथा मरीज का हाल पूछा। जिसके नाक को ब्लैक फंगस ने प्रभावित किया है।
गौरतलब है कि कोविड के दूसरी लहर के दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों को तत्काल बेड एवं बेहतर चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता हेतु भारतीय सेना के डीआरडीओ द्वारा बीएचयू के एमपी थिएटर मैदान परिसर में 750 बेड का यह कोविड अस्पताल रिकॉर्ड 16 दिनों के अंदर तैयार किया गया। जिसमें वाराणसी एवं इसके आसपास के जनपदों के ही नही, बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार एवं अन्य प्रदेशो के भी कोरोना मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
निरीक्षण के दौरान मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, मंत्री रविंद्र जायसवाल, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।