एक मामूली दरार या तोडफोड अरुणाचल मे तबाही ला देगी
नई दिल्ली ( एजेंसी ) । कांग्रेस ने चीन द्वारा तिब्बत में कृत्रिम झील के निर्माण से अरुणाचल प्रदेश में खतरा पैदा होने के मामले में कहा है कि अगर जरूरत पड़े तो सरकार को पड़ोसी मुल्क के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में जाना चाहिए।
पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार को कहा कि ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन की कृत्रिम झील, लद्दाख के डेपसांग इलाके में चीनी सैनिकों की भारी संख्या और नेपाल द्वारा भारतीय क्षेत्रों पर दावे जैसे गंभीर मुद्दों पर सरकार को स्पष्ट रुख दिखाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कृत्रिम झील को अगर वॉटर बम कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। एक मामूली दरार या जानबूझकर की गई तोड़फोड़ अरुणाचल में तबाही ला देगी और पूरा सियांग बेसिन डूब जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक, सियांग रिवर बेसिन में अलर्ट जारी कर दिया गया है। हालांकि सिंघवी ने कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक स्तर पर कदम उठाए। सरकार को इस मामले में सारी जानकारी भी सार्वजनिक करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि डेपसांग में 12 से 17 हजार के बीच चीनी सैनिक मौजूद हैं, लेकिन सरकार कुछ नहीं बता रही है। नेपाल का नया राजनीतिक नक्शा भी सरकार की कूटनीतिक विफलता है।