हाथरस। हाथरस के कथित गैंगरेप केस के चारों आरोपियों को लेकर सीबीआई की टीम नार्को टेस्ट के लिए अहमदाबाद पहुंच चुकी है। हाथरस जेल के अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई टीम चारों आरोपियों को यहां से अपने साथ लेकर गई है।

इससे पहले कथित गैंगरेप के मामले में घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने का दावा करने वाला छोटू नार्को और पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए तैयार था। उसका कहना था कि सच सामने लाने के लिए वह टेस्ट के लिए तैयार है, साथ ही पीड़िता के परिजनों का भी टेस्ट होना चाहिए। उधर, युवक की मां ने टेस्ट पर आपत्ति जताते हुए बेटे को नाबालिग बताया था।

चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी में युवती के साथ हुई घटना के खुलासे के लिए सीबीआई जांच में जुटी है। घटना के वक्त पास के ही खेत में काम कर रहे एक युवक छोटू ने घटना स्थल पर सबसे पहले पहुंचने का दावा किया था। इसका घर पीड़िता के घर से थोड़ी दूरी पर ही है। यही युवक घटना के तुंरत बाद पीड़िता के भाई को बुलाने के  लिए उसके घर आया था। सीबीआई छोटू से कई बार पूछताछ कर चुकी है। युवक के अनुसार सीबीआई उससे 20 से अधिक बार पूछताछ कर चुकी है।

युवक ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि सीबीआई ने गुरुवार को उसका कोविड-19 का टेस्ट कराया, जो नेगेटिव आया है। सीबीआई उसका नार्को-पॉलीग्राफ कराने की बात कर रही है। वह नार्को टेस्ट के लिए तैयार है। युवक ने कहा कि वह सीबीआई की बहुत इज्जत करता है। सच सामने आना चाहिए। उसने कहा कि पीड़ित परिवार के सदस्यों का भी टेस्ट होना चाहिए।

उधर, युवक की मां ने टेस्ट कराने से इनकार किया है। मां का कहना है कि वह अभी नाबालिग है। पीड़िता के परिवार और अन्य लोगों का भी टेस्ट होना चाहिए। उसका बेटा अभी बच्चा है। बेटे ने मौके पर जो देखा वह कई बार बता चुका है। दिन में तीन-तीन बार पूछताछ की जा चुकी है। वहीं, इस युवक के बड़े भाई ने दावा किया कि युवक अभी 18 साल का नहीं हुआ है। हाईस्कूल की मार्कशीट के अनुसार नाबालिग है।

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