नई दिल्ली। कोरोना वायरस की दूसरी लहर एक सौ दिन तक रह सकती है और अप्रैल के मध्य से लेकर मई के मध्य तक इसका पीक आएगा। भारतीय स्टेट बैंक, एसबीआई की एक रिसर्च टीम ने अपने अध्ययन के बाद यह दावा किया है। एसबीआई की रिसर्च टीम का यह भी कहना है कि दूसरी लहर में 25 लाख नए केस आ सकते हैं। रिसर्च में यह दावा भी किया गया है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर फरवरी के मध्य में शुरू हुई थी।

एसबीआई की रिसर्च टीम ने 23 मार्च को मिले केसेज को आधार बनाया है और इस आधार पर दावा किया है कि देश में दूसरी लहर से 25 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो सकते हैं। वायरस की दूसरी लहर को रोकने के लिए देश के अलग अलग राज्यों में लगाए जा रहे लोकल स्तर के लॉकडाउन को बेअसर बताया गया है। इसमें कहा गया है कि लोकल स्तर पर लॉकडाउन का कोई असर नहीं होने वाला है। इसके मुताबिक बड़े स्तर पर वैक्सीनेशन ही कोरोना के खिलाफ जंग जीतने का एकमात्र उपाय है।

गौरतलब है कि पिछले साल सितंबर में कोरोना वायरस की पहली लहर पीक पर थी और तब एक दिन में 90 हजार से ज्यादा केसेज आ रहे थे। एसबीआई की रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया कि राज्यों में वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाने की जरूरत है। इसके मुताबिक अगर मौजूदा हालात में रोजाना टीकाकरण की स्पीड को 34 लाख से बढ़ा कर 40-45 लाख रोजाना किया जाए, तो तीन से चार महीने में 45 साल और इससे ऊपर के लोगों को पूरी तरह से वैक्सीनेट किया जा सकता है। इस बीच इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा है- कोरोना की दूसरी लहर समय से पहले आ गई है। इसलिए हम सबको सचेत रहने की जरूरत है। ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कराए जाएं, मास्क लगाना आवश्यक है। साथ ही टीकाकरण जल्दी से जल्दी पूरा किया जाना चाहिए।

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