पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह राज्य में बहुप्रतीक्षित कैबिनेट फेरबदल से पहले मंगलवार को कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले हैं। ऐसा माना जा रहा है कि पंजाब कांग्रेस के नए नवेले अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ उनका झगड़ा अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में कैप्टन और सोनिया की मुलाकात काफी अहम होने वाली है।

दिल्ली में होने वाली इस बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि विधानसभा चुनाव से पहले राज्य कैबिनेट में फेरबदल होने हैं। पीटीआई की एक रोपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री ने अमरिंदर सिंह ने 31 जुलाई को कैबिनेट फेरबदल की संभावना से तत्काल इनकार कर दिया था।

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दोनों ने एक टीम के रूप में एक साथ काम करने के बारे में सार्वजनिक बयान दिए हैं, लेकिन सिद्धू के तेवर बयानों के विपरीत है। प्रदेक्ष अध्यक्ष का पद पाने के बाद भी सिद्धू के तेवर नरम नहीं हुए हैं। अपनी ही सरकार को वह लगातार सवालों के घेरे में डाल रहे हैं। 

नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया और अन्य के खिलाफ निष्क्रियता को लेकर अपनी सरकार को घेरा। आपको बता दें कि दोनों पर पर 2018 में मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल होने के आरोप हैं। सिद्धू ने कहा, “नशीले पदार्थों के कारोबार के दोषियों को सजा देना कांग्रेस की 18 सूत्री एजेंडा के तहत प्राथमिकता है। मजीठिया पर क्या कार्रवाई की गई है? अगर और देरी हुई तो हम पंजाब विधानसभा में रिपोर्ट सार्वजनिक करने के लिए एक प्रस्ताव लाएंगे।”

ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, उन्होंने मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना, नशीले पदार्थों की समस्या से निपटने के लिए सरकार के कार्यों पर सवाल उठाया।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 31 जुलाई को दावा किया था कि उनकी सरकार कांग्रेस आलाकमान द्वारा दिए गए 18 सूत्री एजेंडे में से कई कदम पहले ही लागू कर चुकी है। इनमें गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी, पंजाब में नशीली दवाओं की समस्या और बिजली खरीद समझौतों से जुड़े मामले शामिल हैं।

कैप्टन के मुखर आलोचक माने जाने वाले सिद्धू को 23 जुलाई को मुख्यमंत्री के कड़े विरोध के बावजूद पंजाब कांग्रेस का प्रमुख बनाया गया था। कैप्टन ने सार्वजनिक निंदा के लिए सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की थी। हालांकि कांग्रेस आलाकमान द्वारा ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई।

अमित शाह से भी हो सकती है मुलाकात

अपने दिल्ली दौरे के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह अमृतसर के एक गांव से “टिफिन बम” और हथगोले बरामद होने के आलोक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर सकते हैं। पुलिस को इलाके में ड्रोन गतिविधि के बारे में इनपुट मिलने के बाद शुरू किए गए एक तलाशी अभियान के दौरान यह बरामदगी की गई।

आपको बता दें कि नवंबर में कैप्टन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास ड्रोन देखे जाने की बात कही थी। उन्होंने सीमा पार से हथियारों के परिवहन में ऐसे हवाई वाहनों के प्रभाव पर प्रकाश डाला था।

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