पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह का गुस्‍सा कुछ कम हुआ है और संकेत हैं कि वह कल राज्य कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजाेत सिंह सिद्धू की ताजपोशी के समारोह में शामिल होंगे। इस समारोह में पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्‍त चार कार्यकारी अध्यक्ष भी कार्यभार संभालेंगे। उनको नवनियुक्‍त कार्यकारी अध्‍यक्षों व पार्टी नेताओं ने समारोह में शामिल होने का न्‍यौता दिया। मुख्‍यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने कैप्‍टन अमरिंदर के समारोह में शामिल होने की पुष्टि कर दी है। समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत भी चंडीगढ़ पहुंच गए हैं।

इस तरह पिछले चार दिनों से चल रही उन अटकलों को आज विराम मिल गया है जिसमें कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शुक्रवार को नवजोत सिंह सिद्धू के पदभार ग्रहण समारोह में पहुंचेंगे कि नहीं। पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्‍त कार्यकारी प्रधान कुलजीत नागरा और संगत सिंह गिलजियां सहित पांच कांग्रेस नेताओं ने आज 57 विधायकों और पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान बरिंदर सिंह ढिल्लों के हस्ताक्षरों वाला एक न्यौता पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा। न्यौता पत्र देखते ही मुख्यमंत्री ने समारोह में शामिल होने की हामी भर दी। इस मौके पर उद्योग मंत्री श्याम सुंदर अरोड़ा, विधायक रमिंदर आमला और पूर्व विधायक अश्विनी सेखड़ी भी मौजूद थे।

पार्टी के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत एक बार फिर से सरकार के हेलीकाप्टर पर चंडीगढ़ पहुंच गए हैं। वह कल होने वाले पदभार ग्रहण समारोह का हिस्सा होंगे।

बता दें कि पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पंजाब कांग्रेस के चार नवनियुक्‍त कार्यकारी अध्‍यक्ष कुलजीत सिंह नागरा, पवन गोयल, सुखमिंदर सिंह डैनी और संगत सिंह गिलजियां 23 जुलाई को कार्यभार ग्रहण करेंगे। इस समारोह में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की मौजूदगी के लिए उनको मनाने की कोशिश की जा रही थी।

मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के समारोह में शामिल होने की अटकलों को शांत करने के लिए एक ट्वीट भी कर दिया। इसमें उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों, सांसदों और सीनियर नेताओं को पंजाब भवन में चाय पर आमंत्रित किया है। यहां से सभी मिलकर कांग्रेस भवन में पीपीसीसी की नई टीम की इंस्टॉलेशन में शामिल होने के लिए जाएंगे। हालांकि इसमें उन्होंने नवजोत सिद्धू का नाम नहीं लिया है, लेकिन माना जा रहा है कि सिद्धू और कैप्टन के बीच कल चाय पर ही मतभेद खत्म हो सकते हैं।

बता दें कि पिछले दिनों कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू से मिलने से साफ इन्‍कार कर दिया था। पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने पिछले दिनों कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के साथ बैठक की थी। बैठक सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्‍यक्ष घोषित किए जाने से पहले हुआ था।

हरीश रावत इस मौके पर कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू की मुलाकात कराना चाहते थे, लेकिन कैप्‍टन ने इससे साफ मना कर दिया। कैप्‍टन पिछले दिनों सिद्धू द्वारा अपने और अपनी सरकार के बारे में की गई टिप्‍पणियों और ट्वीट से आहत हैं। उन्‍होंने रावत से कहा कि सिद्धू पहले इन टिप्‍पणियों व ट्वीट के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें, इसके बाद ही वह उनसे मिलेंगे। बताया जाता हे कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष बनाए जाने के बाद भी कैप्‍टन के रुख में कोई बदलाव नहीं आया और सिद्धू से उनकी नाराजगी कायम रही।

कांग्रेस कार्यालय में समारोह से पहले पंजाब भवन में होगी चाय पार्टी, पार्टी में सिद्धू भी आएंगे

समारोह से पहले पंजाब भवन में चाय पार्टी होगी। इसमें मुख्‍यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, राज्‍य के सभी मंत्री और विधायक सहित पार्टी के वरिष्‍ठ नेता शामिल होंगे। इस चाय पार्टी में पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष नवजोत सिद्धू के भी पहुंचने की उम्मीद है।

समारोह में मुख्यमंत्री के शामिल होने संबंधी अटकलें इसलिए लगाई जा रही थीं कि दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने एक बार फिर से ट्वीट करके कहा कि वह नवजोत सिंह सिद्धू के माफी मांगने तक उनसे नहीं मिलेंगे। मुख्यमंत्री के इस ट्वीट से पहले कैबिनेट में दूसरे नंबर के मंत्री ब्रह्म मोहिंदरा ने भी सिद्धू को प्रधान बनाने के हाई कमान के फैसले का तो स्वागत किया लेकिन कहा कि जब तक वह मुख्यमंत्री से अपने मतभेद खत्म नहीं कर लेते तब तक वह उनसे नहीं मिलेंगे।

बुधवार को जब नवजोत सिद्धू के अमृतसर स्थित आवास पर विधायक व सीनियर लीडरशिप इकट्ठी हुई तो उन्होंने कैप्टन और ब्रह्म मोहिंदरा के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने तो कैप्टन को प्रताप सिंह बाजवा के प्रधान बनने का वक्त भी याद दिलाया। विधायक परगट सिंह ने पूछा कि माफी किस बात की मांगी जाए।

इसके बाद तय हुआ कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र संयुक्त रूप से दिया जाए और यह देने के लिए कुलजीत नागरा की अगुवाई में शिष्टमंडल कैप्टन से मिलेगा। पत्र लेकर आज साढे़ तीन बजे नागरा और गिलजियां जब कैप्टन अमरिंदर सिंह के पास पहुंचे तो सवाल वहीं खड़ा था कि कैप्टन और सिद्धू के बीच की जमी बर्फ कैसे पिघले। चर्चा में यह बात आई कि समारोह से पहले एक संयुक्त कार्यक्रम पंजाब भवन में रख लिया जाए जहां सभी विधायक, सांसद और सीनियर नेता मौजूद रहें । वहां से सभी समारोह के लिए जाएं ताकि पूरी पार्टी एकजुटता का संदेश दे सके। कैप्टन इसके लिए तैयार हो गए।

चंडीगढ़ में धारा 144 , कैसे लगेगा जमघट

कोरोना को देखते हुए चंडीगढ़ में बड़े समारोह करने पर पाबंदी है। पूरे शहर में धारा 144 लगी हुई है। जबकि कांग्रेस पार्टी की ओर से इस समारोह में शामिल होने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन से 5000 लोगों के इकट्ठा होने की इजाजत मांगी गई है। आज पंजाब के एडीजीपी लॉ एंड आर्डर ईश्वर सिंह समेत तमाम सुरक्षा अधिकारियों ने समारोह स्थल का दौरा किया। पंजाब कांग्रेस भवन के रेनोवेशन का काम चल रहा है। मंत्री सुखजिंदर रंधावा, कुलजीत नागरा और अन्य विधायक लगातार समारोह का निरीक्षण कर रहे हैं।

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