भाजपा सरकार के आज सात साल पूरे हो गए है. हलाकि कोरोना के इस दौर में जश्न मनाने के फैसले पे नेताओं ने हामी नहीं भरी. इसकी बजाय पार्टी आलाकमान की ओर से सभी भाजपा शासित राज्यों को आदेश दिया गया है कि कोरोना प्रभावित लोगों की मदद के लिए योजना तैयार करें. पार्टी कार्यकर्ताओं को 30 मई से लोगों की मदद के लिए अभियान चलाने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा देश के सभी भाजपा विधायकों और सांसदों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे दो गांवों तक पहुंचें और लोगों की मदद करेंगे. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से तैयार योजना के मुताबिक 30 मई को पार्टी के नेता 1 लाख गांवों का दौरा करेंगे.
इस दौरान बीजेपी के कार्यकर्ता गांवों में लोगों को मास्क, सैनिटाइजर और राशन जैसी जरूरी चीजों की किट मुहैया कराएंगे और लोगों को वायरस से बचने के लिए जागरुक करेंगे. यही नहीं केंद्रीय मंत्रियों को भी कम से कम दो गांवों का दौरा करने को कहा गया है. यदि मंत्रियों के लिए व्यक्तिगत तौर पर पहुंचना संभव नहीं हो पाता है तो उन्हें वीडियो मीटिंग का आदेश दिया गया है. इस मौके पर बीजेपी ने देश भर में 50,000 ब्लड डोनेशन कैंपों के आयोजन की भी तैयारी की गई है. सोमवार को राष्ट्रीय और राज्य के नेताओं के साथ मीटिंग में जेपी नड्डा ने यह बात कही. इस मीटिंग में भाजपा शासित राज्यों के प्रभारी भी मौजूद थे.
इससे पहले भी पीएम नरेंद्र मोदी और जेपी नड्डा जैसे नेता सांसदों से लोगों की मदद करने को कह चुके हैं. पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओर से राज्य यूनिट्स को हिदायत दी गई है कि कहीं भी उत्सव का आयोजन नहीं होना चाहिए. पिछले सप्ताह उन्होंने स्टेट यूनिट्स को एक लेटर लिखा था. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की थी, ‘हमें खुद को समाज की सेवा में समर्पित कर देना चाहिए और लोगों को इस बात के लिए धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने 7 साल तक सेवा करने का हमें मौका दिया है.’ बीजेपी नेतृत्व की ओर से यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है, जब मोदी सरकार पर कोरोना से निपटने में असफल रहने का आरोप लग रहा है.